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डिजिटल डेस्क: बिहार में नई सरकार के गठन की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। नीतीश कुमार 20 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं और इसके लिए गांधी मैदान में बड़े स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने संभावित मंत्रिमंडल के गठन का एक फॉर्मूला साझा किया है, जिसमें भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास) और अन्य दलों की हिस्सेदारी का जिक्र है।
बिहार में आज कैबिनेट की अंतिम बैठक होनी है। इसके बाद 20 नवंबर को नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण को लेकर गांधी मैदान को सजाया जा रहा है। मीडिया से बातचीत करते हुए जीतन राम मांझी ने बताया कि 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा और इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
मांझी ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित चेहरों के बारे में कई नाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल 35–36 मंत्रियों का स्वरूप हो सकता है, जिसमें 16 BJP, 14–15 जेडीयू, 3 लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), और 1–1 हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (S) तथा राष्ट्रीय लोक मोर्चा से होंगे। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है और आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने इस बार जिस तरह साथ दिया है, उसके लिए वे आभारी हैं। उनका कहना था कि महिलाओं और दिव्यांगों के हित में नीतीश कुमार द्वारा किए गए कार्यों का सकारात्मक परिणाम चुनावों में देखने को मिला है।
रोहिणी आचार्य से जुड़े विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन मानवीय दृष्टि से यह घटना दुखद है। उन्होंने कहा कि बहनों को हमेशा सम्मान दिया जाता है, लेकिन तेजस्वी यादव ने किस सोच में ऐसा किया, यह विचार का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता ऐसी घटनाओं को स्वीकार नहीं करेगी और व्यक्तिगत रूप से वे इससे बेहद आहत हैं।