
भोपाल, सौरभ सोनी। महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की चर्चा के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने महिलाओं को करीब 13 प्रतिशत टिकट ही दिए हैं। भाजपा ने घोषित 228 सीटों में 28 महिलाओं को टिकट दिया है, तो कांग्रेस ने घोषित 229 सीटों में 30 महिला प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने पहली सूची में 19 और दूसरी सूची में 11 महिलाओं को टिकट दिया। वहीं भाजपा ने पहले की चार सूचियों में 16 महिलाओं को और पांचवीं सूची में 12 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है।
मध्य प्रदेश में बीते 15 वर्ष में गठित तीन विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या का विश्लेषण किया जाए तो वर्ष 2013 में गठित 14वीं विधानसभा ही ऐसी थी जिसमें 230 सदस्यों में महिला विधायकों की संख्या 32 यानी लगभग 14 प्रतिशत थी। यह संख्या 15वीं विधानसभा (वर्ष 2018) में घटकर नौ प्रतिशत यानी 21 हो गई। 2008 में 24 महिला विधायक थीं। महिलाओं को प्रत्याशी बनाने में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस आगे रही है।
वर्षवार चुनाव में भागीदारी
वर्ष 2008 में कांग्रेस ने 37 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया था। जिनमें आठ ने चुनाव जीता। वहीं भाजपा ने 25 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया, इनमें 14 ने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2013 में भाजपा ने 28 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे थे और 22 पार्टी महिला प्रत्याशी पार्टी के भरोसे पर खरी उतरीं। जबकि कांग्रेस ने 23 महिलाओं को टिकट दिया, लेकिन केवल छह ही जीत सकीं। 2018 के चुनाव में फिर कांग्रेस ने 27 महिलाओं पर दांव लगाया और नौ ने जीत दर्ज की। जबकि भाजपा ने 24 महिलाओं को टिकट दिया और 11 जीतकर विधानसभा पहुंचीं।
| वर्ष | भाजपा | कांग्रेस | जीत |
| 2008 | 25 | 37 | 14-8 |
| 2013 | 28 | 23 | 22-6 |
| 2018 | 28 | 27 | 22-9 |
मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में चार महिलाओं को टिकट देकर कांग्रेस ने बुंदेलखंड में महिलाओं को साधने का प्रयास किया है। शिवराज सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरुद्ध कांग्रेस ने युवा चेहरा उतारा है। खुरई सीट से स्थानीय और नया चेहरा रक्षा राजपूत को भूपेंद्र के विरुद्ध उतारकर कड़ी चुनौती देने का प्रयास किया गया है। वहीं गोपाल भार्गव के विरुद्ध ज्योति पटेल को उतारकर कड़ी चुनौती देने का प्रयास किया गया है। सागर से निधि जैन, ज्योति पटेल रहली, रक्षा राजपूत खुरई और बीना से निर्मला सप्रे को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। पहला अवसर है, जब सागर जिले से एक ही पार्टी से चार महिलाएं चुनाव लड़ेंगी।
2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कमल नाथ सरकार ने दो महिला मंत्री बनाए थे। इसमें डा.विजय लक्ष्मी साधौ और इमरती देवी शामिल थीं। वहीं, शिवराज सरकार में तीन महिला मंत्री बनाई गईं। इनमें यशोधरा राजे सिंधिया, मीना सिंह मांडवे और उषा ठाकुर शामिल थीं। इन पांचों महिलाओं में से यशोधरा राजे सिंधिया को छोड़कर सभी फिर चुनाव मैदान में हैं।