RIP Sushant Singh Rajput : सुशांत की मौत की खबर ने जहां बॉलीवुड को हिलाकर रख दिया है, वहीं उनके परिवार को भावनात्मक रूप से तोड़कर रख दिया है। परिजन इस बात को मान नहीं पा रहे हैं कि आखिर सुशांत आत्महत्या कैसे कर सकता है। सुशांत सिंह राजपूत ने शनिवार की शाम पिता से आखिरी बात की थी। उन्होंने कहा था, पापा मैं ठीक हूं... आप मेरी चिंता मत कीजिए। कोरोना में आप अच्छे से रहिए... जितनी जल्दी हो सके आपसे मिलने आता हूं...। पटना के राजीव नगर में रहने वाले पिता केके सिंह अपने बेटे से बात कर बहुत खुश थे, लेकिन रविवार की सुबह मौत की खबर ने उन्हें ताउम्र का दुख दे दिया।
नाश्ते की प्लेट हाथ से छूट गई
रविवार सुबह करीब 11 बजे पिता केके सिंह डाइनिंग टेबल पर आए, अभी प्लेट उठाई ही थी कि मुंबई से एक कॉल आई और हाथ से नाश्ते की प्लेट छूटकर जमीन पर चकनाचूर हो गयी। कॉल थी बेटी रूबी की, जिसने अपने भाई सुशांत की मौत की मनहूस खबर सुनाई। केके सिंह के यहां काम करने वाली लक्ष्मी देवी ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि फोन किसका है। वह किचन की सफाई कर रही थीं। प्लेट की आवाज से वह बाहर आई तो देखा केके सिंह बेहोश नीचे गिरे हुए हैं तो उन्होंने पड़ोसियों को आवाज देकर मदद के लिए बुलाया। रोते-रोते वे बार-बार बेहोश हो जा रहे थे।
किचन में जाकर उनका मनपसंद खाना बनाते थे
पड़ोस में रहने वाली अनुराधा तिवारी बताती हैं कि जब भी पिता केके सिंह सुशांत से किसी बात को लेकर नाराज हो जाते तो वह खुद किचन में जाकर उनका मनपसंद खाना बनाते थे और पापा कहते हैं वाला गाना गा कर पिता को मनाते थे। चार बहनों में सुशांत अकेले भाई थे, इसलिए घर में सब के लाडले थे। मां की मौत 2002 में हो गई थी जिसके बाद सुशांत थोड़े शांत रहने लगे थे, लेकिन अभिनेता बनने के बाद उनमें बहुत बदलाव आया और वे फिर सब से बहुत आसानी से घुलने-मिलने लगे थे।
शब्दों की कमी है पर यादें बहुत सारीं
सुशांत ने कई फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया पर भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बॉयोपिक एमएस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी के साथ हमेशा उन्हें याद किया जाएगा। फिल्म में सुशांत को हेलीकॉप्टर शॉट सिखाने वाले "संतोष" क्रांति प्रकाश झा के पास आज शब्दों की कमी है पर यादें बहुत सारीं। बेगूसराय के रहने वाले क्रांति बताते हैं, सुशांत यारों के यार थे।
सुशांत का परिवार 1985 से पटना में: सुशांत का परिवार 1985 से राजीव नगर के रोड नंबर- छह में रह रहा है। इसके पहले उनका परिवार शिवपुरी में किराये के मकान में रहता था, जहां 1984 में उनका जन्म हुआ। सुशांत के बचपन के दोस्त केशरी कुमार ने बताया कि स्कूल के समय से ही सुशांत को जब भी मौका मिलता था वो बाइक चलाने निकल जाते थे। स्टार बनने के बाद पटना जब भी आते तो राजीव नगर के मोड़ पर समोसा खाने जरूर जाते थे।
सुशांत के विधायक भाई रो पड़े
सुशांत द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना पर उनके चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू फफक पड़े। छातापुर के विधायक नीरज घटना के समय अपने विधानसभा क्षेत्र छातापुर के दौरे पर थे। किसी ने फोन पर उन्हें घटना की सूचना दी। बोले, इस पीढ़ी के पांच भाइयों में सुशांत सबसे छोटा था। शुरू से ही वह जीनियस था।
पिता कहते थे, नवंबर में सुशांत की शादी करनी है
सुशांत सिह राजपूत की शादी नवंबर में होने वाली थी, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। मलडीहा में उनके चचेरे भाई पन्ना सिह और चाची पद्मा देवी कहती हैं दो-तीन दिन पहले ही फोन से सुशांत के पिता से बात हुई थी। उन्होंने बताया था कि नवंबर में सुशांत की शादी करनी है। सबको मुंबई चलना होगा।