एंटरटेनमेंट डेस्क। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन आज (11 अक्टूबर) अपना 83वां जन्मदिन मना रहे हैं। हर दशक में उन्होंने अपने अभिनय से यह साबित किया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है।
चाहे ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का सेट हो या फिल्म का सेट, अमिताभ आज भी उसी ऊर्जा के साथ काम करते हैं, जैसे किसी नए अभिनेता की शुरुआत हो।
2000 के दशक में अमिताभ की दूसरी पारी शुरू हुई, जिसने उन्हें 'एंग्री यंग मैन' से 'वाइज ओल्ड मैन' बना दिया। मोहब्बतें, अक्स, बागबान, ब्लैक, देव, सरकार, चीनी कम, पिंक, पीकू जैसी फिल्मों ने उन्हें एक नए रूप में दर्शकों के सामने पेश किया। इन फिल्मों में उन्होंने बताया कि उम्र इंसान को कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत बनाती है।
ब्लैक में जिद्दी शिक्षक, पा में दुर्लभ बीमारी से जूझता बच्चा, पीकू में बातूनी पिता, पिंक में मौन वकील - हर किरदार ने यह साबित किया कि अमिताभ सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि एक संस्था हैं।
अमिताभ बच्चन को ब्लैक (2005), पा (2009) और पीकू (2016) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। 2001 में उन्हें अक्स और कभी खुशी कभी गम जैसी फिल्मों के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। उनकी अदाकारी की खासियत यही रही कि हर फिल्म में वे खुद को दोहराते नहीं, बल्कि नई ऊंचाई पर ले जाते हैं।
महानायक अमिताभ बच्चन आज भी हिंदी सिनेमा के सबसे चमकदार सितारों में से एक हैं। उनका करियर जितना शानदार रहा, उतनी ही चर्चित रही उनकी ऑनस्क्रीन जोड़ी रेखा के साथ। 70 और 80 के दशक में दोनों ने साथ मिलकर कई सुपरहिट फिल्में दीं, जिन्हें आज भी दर्शक उतने ही उत्साह से देखते हैं जितना उस दौर में देखा करते थे।
अमिताभ बच्चन और रेखा की जोड़ी को पर्दे पर देखना दर्शकों के लिए किसी जादू से कम नहीं था। दोनों के बीच की नैचुरल केमिस्ट्री ने फिल्मों को न सिर्फ हिट बनाया, बल्कि दर्शकों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी। इनकी जोड़ी को लेकर उस दौर में जितनी बातें हुईं, उतनी शायद ही किसी और जोड़ी के बारे में हुई हों।
साल 1976 में आई फिल्म दो अंजाने से रेखा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी पहली बार बड़े पर्दे पर नजर आई थी। इस फिल्म में दोनों की परफॉर्मेंस को काफी सराहा गया। इसी फिल्म से दर्शकों ने उनकी जोड़ी को पसंद करना शुरू किया।
1977 में रिलीज हुई खून पसीना में दोनों के बीच का तालमेल देखने लायक था। इसके बाद मुकद्दर का सिकंदर (1978) आई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। फिल्म के गाने सलाम-ए-इश्क मेरी जान और ओ साथी रे आज भी सुपरहिट हैं। इसके अलावा सुहाग और राम बलराम जैसी फिल्मों में भी दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा।
रेखा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी की सबसे चर्चित फिल्म रही सिलसिला (1981)। इस फिल्म में अमिताभ, रेखा और जया बच्चन के बीच का लव ट्रायंगल दर्शकों के दिलों को छू गया। फिल्म के गाने रंग बरसे और देखा एक ख्वाब आज भी होली और रोमांटिक प्लेलिस्ट का अहम हिस्सा हैं। इस फिल्म ने उनके रिश्ते को लेकर वास्तविक जीवन में भी कई चर्चाओं को जन्म दिया।
अमिताभ और रेखा की जोड़ी सिर्फ इसलिए खास नहीं थी कि उन्होंने हिट फिल्में दीं, बल्कि इसलिए भी क्योंकि दोनों ने हर किरदार को बेहद संजीदगी से निभाया। चाहे रोमांस हो या इमोशनल सीन - दोनों के बीच की अंडरस्टैंडिंग ने हर फ्रेम को जीवंत बना दिया।
भले ही दोनों अब साथ फिल्मों में नजर नहीं आते, लेकिन उनका जादू आज भी बरकरार है। जब भी कोई क्लासिक फिल्म चैनल पर मुकद्दर का सिकंदर या सिलसिला चलती है, दर्शक आज भी टीवी के सामने ठहर जाते हैं।
अमिताभ बच्चन आज 83 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता में जरा भी कमी नहीं आई है। वहीं, रेखा अब भी अपनी खूबसूरती और गरिमा से सबका दिल जीत लेती हैं। दोनों की ऑनस्क्रीन जोड़ी सिनेमा के सुनहरे इतिहास में हमेशा अमर रहेगी।
अमिताभ बच्चन की फिटनेस के पीछे उनका माइंडसेट और अनुशासन है। उनकी वेलनेस ट्रेनर वृंदा मेहता के अनुसार, अगर अमिताभ बच्चन अपनी व्यस्त दिनचर्या में भी वर्कआउट के लिए समय निकाल सकते हैं, तो आम लोग क्यों नहीं। अमिताभ हमेशा कहते हैं - फिट रहना एक लाइफस्टाइल है, कोई सीजनल टारगेट नहीं।
अमिताभ बच्चन हर रविवार अपने घर जलसा के बाहर फैंस से मिलने की साल 1982 से शरू हुई परंपरा आज भी निभाते हैं। यही कारण है कि लोग कहते हैं - ईश्वर को भी पता है अमिताभ की अहमियत।