एंटरटेनमेंट डेस्क। आमिर खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म Sitaare Zameen Par बॉक्स ऑफिस पर आज रिलीज हो चुकी है। आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी सितारे जमीन पर 2007 में आई फिल्म तारे जमीन पर की सीक्वल है। फिल्म का निर्देशन आरएस प्रसन्न ने किया है। जब सितारे जमीन पर का ट्रेलर रिलीज हुआ था तो इसे काफी पसंद किया गया था। आज फिल्म थिएटर्स में पहुंच गई है तो आपको इसका रिव्यू दे देते हैं।
दिल्ली की बास्केटबॉल टीम का असिस्टेंट कोच गुलशन अरोड़ा (आमिर खान) अपने आगे दूसरों को कमतर समझता है। अपनी लंबाई कम होने का उसे कांप्लेक्स है। बचपन में एक बार लिफ्ट में फंसने के बाद से उसे लिफ्ट में जाने से डर लगता है। हेड कोच पासवान जी (दीपराज राणा) के साथ मारपीट के कारण उसे निलंबित कर दिया जाता है। नशे में धुत गुलशन पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार देता है। अदालत उसे कम्युनिटी सेवा के तहत तीन महीनों के भीतर बौद्धिक रूप से अक्षम बास्केटबॉल टीम को प्रशिक्षित करने की सजा सुनाती है।
सर्वोदय केंद्र के संचालक करतार सिंह (गुरपाल सिंह) बताते हैं कि स्पेशल बच्चों की होने वाली नेशनल चैंपियनशिप के लिए गुलशन को टीम को तैयार करनी होगी। शुरुआत में गुलशन इन बच्चों का मजाक उड़ाता है। आहिस्ता-आहिस्ता वह उनकी जिंदगी, सादगी और मासूमियत से वाकिफ होने लगता है। इसके समानांतर उसकी जिंदगी भी दिखाई जा रही होती है जिसमें सब ठीक नहीं है। गुलशन अपनी मां (डॉली अहलूवालिया) के घर पर रह रहा है। पत्नी सुनीता (जेनेलिया डिसूजा) मां बनना चाहती है, लेकिन गुलशन उसके लिए तैयार नहीं है। हालांकि, चैंपियनशिप को लेकर गुलशन की मदद के लिए सुनीता भी उसके साथ आती है।
फिल्म के जरिए आमिर के अंदर छुपे एक कॉमेडी एक्टर भी आपको देखने को मिलेगा। वह अपने सह कलाकारों के साथ भी सहज नजर आते हैं। सुनील बनें आशीष पेंडसे का अभिनय शानदार हैं। उनके अलावा अरुष दत्ता, आयुष भंसाली, ऋषि शहानी, गोपीकृष्ण के वर्मा, ऋषभ जैन, वेदांत शर्मा, सिमरन मंगेशकर, संवित देसाई, नमन मिश्रा की मासूमियत और सहज अभिनय दिल को छूता है। जेनेलिया डिसूजा ने सुनीता की भूमिका में विश्वसनीय अभिनय किया है। मां की भूमिका में डॉली अहलूवालिया चंद दृश्यों में याद रह जाती हैं। अंत में बृजेंद काला और आमिर के बीच डांस रोचक है।