
एंटरटेनमेंट डेस्क। बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस दीया मिर्ज़ा ने 2001 में इंडस्ट्री में कदम रखा और पहली ही फिल्म से दर्शकों के दिलों में जगह बना ली। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनका बैकग्राउंड काफी दिलचस्प रहा है।
हैदराबाद में जन्मी दीया ईसाई पिता और हिंदू मां की बेटी थीं, फिर भी उन्होंने अपना सरनेम “मिर्ज़ा” क्यों चुना? इसके पीछे की वजह बेहद भावुक है।
दीया मिर्ज़ा का असली सरनेम Handrich (हैंडरिच) था। जब वह सिर्फ 4 साल की थीं, तभी उनके माता-पिता अलग हो गए थे। इसके कुछ साल बाद, 9 साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया।
इसके बाद उनकी मां ने अहमद मिर्ज़ा से शादी की, जो दीया के जीवन में उनके सौतेले पिता बनकर आए, लेकिन रिश्ता सिर्फ औपचारिक नहीं था, वे दीया के लिए एक सच्चे पिता की तरह थे।
एक इंटरव्यू में दीया ने बताया कि हमारे बीच एक बहुत खूबसूरत रिश्ता था। जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई, मैंने महसूस किया कि अहमद मिर्ज़ा ने मुझे हमेशा अपने बच्चे जैसा प्यार दिया। मिस इंडिया में हिस्सा लेने के समय मैंने उनके प्रति सम्मान और प्यार के कारण उनका सरनेम अपना लिया। इस तरह Handrich से बदलकर Mirza नाम उनके साथ जुड़ गया।
दीया सिर्फ 23 साल की थीं जब उनके सौतेले पिता अहमद मिर्ज़ा का निधन हो गया। दीया ने कहा कि यह उनके लिए बेहद मुश्किल समय था - मैंने एक ही जीवन में दो पिता को खोया है।
साल 2000 में दीया ने Miss Asia Pacific International का खिताब जीता। उसी साल प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनी थीं। इसके बाद दीया ने मॉडलिंग और बॉलीवुड दोनों में अपनी पहचान कायम की।
दीया मिर्ज़ा की निजी जिंदगी भी सुर्खियों में रही है -
पहली शादी - साहिल संघा से, लेकिन 2019 में दोनों अलग हो गए।
दूसरी शादी - फरवरी 2021 में उन्होंने बिजनेसमैन वैभव रेखी से शादी की।
बच्चे - उनका एक बेटा है - अव्यान आज़ाद।