शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की मुश्किलें बढ़ीं, 60.4 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज
अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा पर 60.4 करोड़ रुपये की ठगी का मामला दर्ज हुआ है। कारोबारी दीपक कोठारी का आरोप है कि दोनों ने बिजनेस विस्तार के नाम पर पैसा लेकर निजी खर्चों में इस्तेमाल किया। पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराएं लगाई हैं।
Publish Date: Thu, 14 Aug 2025 10:58:57 AM (IST)
Updated Date: Thu, 14 Aug 2025 11:06:17 AM (IST)
राज कुंद्रा के साथ-साथ फंसी शिल्पा शेट्टी। (फाइल फोटो)HighLights
- शिल्पा-राज पर 60.4 करोड़ की ठगी का आरोप।
- कारोबारी दीपक कोठारी ने जुहू पुलिस में शिकायत दर्ज।
- पैसा बिजनेस विस्तार के बजाय निजी खर्चों में लगाया।
बॉलीवुड डेस्क, इंदौर। बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके बिजनेसमैन पति राज कुंद्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनको 60.4 करोड़ रुपये की ठगी का मामला दर्ज हुआ है। मुंबई के एक कारोबारी की शिकायत मुंबई पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग इस मामले की जांच कर रही है। यह मामला शिल्पा व राज की दिवालिया हो चुकी कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा हुआ है।
कारोबारी दीपक कोठारी ने आरोप लगाया है कि उनसे शिल्पा और राज ने 60.4 करोड़ रुपये बिजनेस बढ़ाने के लिए मांगे थे, लेकिन दोनों ने इसका इस्तेमाल अपने निजी खर्चों को पूरा करने के लिए किया।
पुलिस ने बताया कि दीपक कोठारी ने जुहू पुलिस स्टेशन में अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी व पति राज कुंद्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी से जुड़ी धाराएं लगी हैं।
ये है पूरा मामला
- मुंबई के कारोबारी और लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर दीपक कोठारी ने अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा पर 60.4 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का आरोप लगाया है।
- कोठारी का कहना है कि 2015 में राजेश आर्या के माध्यम से हुई मुलाकात के बाद दोनों ने उनकी कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड में 75 करोड़ रुपये का निवेश करने का आग्रह किया, जिस पर हर महीने मुनाफा और मूल रकम लौटाने का वादा किया गया।
कोठारी ने अप्रैल 2015 में 31.9 करोड़ और सितंबर 2015 में 28.53 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। अप्रैल 2016 में शिल्पा ने पर्सनल गारंटी दी, लेकिन सितंबर 2016 में डायरेक्टर पद छोड़ दिया। 2017 में कंपनी दिवालिया हो गई और रकम का निजी खर्चों में इस्तेमाल हुआ। मुंबई पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।