मुंबई। फिल्मफेयर ने 10वें फिल्मफेयर अवार्ड्स मराठी के साथ सिनेमा के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले लोगों का सम्मान करने की परंपरा का शानदार दशक पूरा किया। 10वां अवार्ड्स समारोह, 10 जुलाई 2025 को मुंबई के होटल सहारा स्टार में हुआ। इसके प्रस्तुतकर्ता थे द टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप। 10वां समारोह प्रतिभाओं के सम्मान के सफ़ल 10 वर्ष पूरे होने की वजह से यादगार आयोजन भी था। सितारों से सजी इस शाम में सिनेमाई कौशल, दमदार एंटरटेन्मेंट और ऐसे यादगार पल देखने को मिले जो मराठी फिल्म इंडस्ट्री के गौरव और सिनेमा से लगाव को बताते हैं।
‘फुलवंती’ सात अहम पुरस्कारों के साथ अवार्ड्स की सबसे कामयाब फिल्म रही। उसके ठीक पीछे ‘पानी’ रही, जिसने छह अवार्ड्स हासिल किए। महेश मांजरेकर ने ‘जुनं फर्निचर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) का पुरस्कार जीता, जबकि प्राजक्ता माली (फुलवंती) और वैदेही परशुरामी (एक दोन तीन चार) ने संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) के लिए फिल्मफेयर ट्रॉफी हासिल की। अदिनाथ एम. कोठारे को ‘पानी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला, जबकि जितेंद्र जोशी को ‘घाट’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (क्रिटिक्स की पसंद) का पुरस्कार मिला। राजश्री देशपांडे को ‘सत्यशोधक’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (क्रिटिक्स की पसंद) चुना गया।
अवार्ड्स की इस शाम में उत्कृष्ट संगीत को ट्रिब्यूट देते हुए संगीत में उल्लेखनीय योगदान के लिए महान गायिका उषा मंगेशकर को प्रतिष्ठित लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया। सम्मान ग्रहण करते हुए उन्होंने कहा, “मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने मुझे यह पुरस्कार देने का निर्णय लिया। साथ ही, आज रात पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी लोगों को भी बहुत-बहुत बधाई।” उन्हें यह सम्मान प्रदान करने वाले सचिन पिलगांवकर ने जब मज़ाकिया अंदाज़ में उनसे पूछा कि उन्होंने अपनी सिर्फ़ गायन प्रतिभा को ही क्यों सबके सामने लाने का काम किया और अपनी दूसरी प्रतिभा ‘चित्रकला’ को क्यों छिपाए रखा? उषा जी ने इस पर कहा कि वे पेंटिंग्स सिर्फ़ उनके लिए थीं, और बाद में उन्होंने उन पेंटिंग्स से अपने और अपने प्रिय लोगों के लिए एक किताब भी तैयार की थी। डॉ. जब्बार पटेल ने दर्शकों को बताया कि उषा जी कभी निर्माता भी रही हैं।
इस शाम संजू राठौड़ को अचानक अपने बीच पाकर दर्शक रोमांचित हो गए। संजू ने अपने हिट ट्रैक ‘शेकी शेकी’ पर एक धमाकेदार प्रस्तुति दी। इसमें अमृता खानविलकर, प्रिया बापट, मिताली मयकर, प्राजक्ता माली, वर्षा उसगांवकर, साई ताम्हणकर और अन्य कलाकारों ने उनका साथ दिया। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डीजे क्रेटेक्स और श्रेयस ने अपनी वायरल सनसनी ‘तांबडी चामडी' से मंच पर जोश भर दिया, जबकि भूषण प्रधान, अदिनाथ कोठारे, संदीप पाठक, हेमंत ढोमे और क्षितिज दाते ने अपने शानदार डांस मूव्स से डांस फ्लोर को चमका दिया। उन्होंने एक शानदार माहौल बनाकर सभी को झूमने का मौका दिया और आयोजन में चार चांद लगाए।
सिद्धार्थ चांदेकर और अमेय वाघ ने इस शाम को होस्ट किया था। उन दोनों ने शाम को हास्य, भावपूर्ण ट्रिब्यूट और दमदार प्रस्तुतियों से नई ऊंचाई दी। इस आयोजन में रेड कार्पेट पर परंपरा का वैभव और आधुनिकता का रंग देखने को मिला, क्योंकि इस अवार्ड्स में मशहूर हस्तियां स्टाइलिश परिधानों में पहुंचीं। राजकुमार राव, तब्बू, अमृता खानविलकर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, जयदीप अहलावत, साई ताम्हणकर जैसे कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों ने इस आयोजन को प्रशंसकों और फोटोग्राफर, दोनों के लिए एक यादगार रात बना दिया।
वर्ल्डवाइड मीडिया के डाइरेक्टर और जेडईएनएल, बीसीसीएल टीवी एंड डिजिटल नेटवर्क के सीईओ रोहित गोपाकुमार ने इस आयोजन के बारे में कहा, “फिल्मफेयर में यह हमारा सौभाग्य है कि हम मराठी फिल्म इंडस्ट्री और उसके भारतीय सिनेमा में योगदान का सम्मान कर रहे हैं। हर साल, हमें ऐसी प्रतिभाएं और कहानियां देखने को मिलती हैं जो कहानी कहने की कला को और आगे बढ़ाती है। फिल्मफेयर अवार्ड्स मराठी के जरिए हम उस शानदार काम और कलात्मकता का सम्मान करते हैं जो इस इंडस्ट्री से आगे भी हमें मिलता रहेगा। हम सभी नॉमिनी और विजेताओं को बधाई देते हैं, और दिल से सभी पार्टनर और दर्शकों का शुक्रिया करते हैं जिन्होंने इस सफर को बहुत शानदार बनाया।”
फिल्मफेयर के एडिटर इन चीफ जीतेश पिल्लई ने इस आयोजन के बारे में कहा, “मराठी सिनेमा का जादू जमीन से जुड़ी और भावनात्मक कहानियों में छिपा है। इस इंडस्ट्री को आगे बढ़ते देखना या इसके सफर को देखना वाकई प्रेरित करने वाला है। कभी यहां हमें सिर्फ़ दिल को छूने वाली कहानियां देखने को मिलती थीं, तो अब कई तरह के प्रयोग भी देखने को मिल रहे हैं जो अलग-अलग संस्कृति के लोगों से जुड़ाव बनाते हैं। फिल्मफेयर अवार्ड्स मराठी के साथ हम सिर्फ़ प्रतिभाओं का ही सम्मान नहीं करते, बल्कि उस भावना को सम्मानित करते हैं जो इस सिनेमा की आत्मा है। सभी नॉमिनी और विजेताओं को बधाई जिन्होंने अपने शिल्प और कौशल से दर्शकों का मनोरंजन, उन्हें प्रेरित करने और नई दिशा में आगे बढ़ाने का काम किया है।”
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पानी
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक
आदिनाथ एम. कोठारे (पानी)
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म (क्रिटिक्स चॉइस)
अमलताश (सुहास देसाले)
घाट (छत्रपाल आनंद निनावे)
मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष
महेश मांजरेकर (जुनं फ़र्निचर)
जीतेन्द्र जोशी (घाट)
मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला)
प्राजक्ता माली (फुलवंती)
वैदेही परशुरामी (एक दोन तीन चार)
राजश्री देशपांडे (सत्यशोधक)
सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष)
क्षितीश दाते (धर्मवीर 2)
सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला)
नम्रता संभेराव (नाच गा घुमा)
अविनाश-विश्वजीत (फुलवंती)
स्वर्गीय शांता शेलके (सारे सारे-अमलताश)
सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (पुरुष)
राहुल देशपांडे (साराले सारे-अमलताश)
सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला)
वैशाली मेड (मदनमंजरी-फुलवंती)
छत्रपाल आनंद निनावे (घाट)
नितिन दीक्षित (पानी)
महेश मांजरेकर (जुनं फ़र्निचर)
गुलराज सिंह (पानी)
अनमोल भावे (पानी)
महेश लिमये (फुलवंती)
सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन
एकनाथ कदम (फुलवंती)
मयूर हरदास और आदिनाथ एम. कोठारे (पानी)
नवनीता सेन (घाट)
सर्वश्रेष्ठ कॉस्टयूम डिजाइन
मानसी अतरदे (फुलवंती)
नवज्योत बांदीवाडेकर (घरत गणपती)
राहुल रामचन्द्र पवार (खडमोड)
उमेश जाधव (फुलवंती टाइटल ट्रैक- फुलवंती)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरुष
धैर्य घोलप (एक नंबर)
जुई भागवत (लाइक आनी सब्सक्राइब)
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
उषा मंगेशकर