
एंटरटेनमेंट डेस्क। लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग के अचानक निधन ने न सिर्फ उनके परिवार और प्रशंसकों को, बल्कि पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया था।
19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते वक्त उनकी मौत हुई थी, जिसके बाद यह सवाल लगातार उठ रहा था कि यह हादसा था या इसके पीछे कोई साजिश छिपी हुई है। अब सिंगापुर पुलिस ने इस मामले पर अपनी जांच से जुड़ी अहम जानकारी साझा की है।
सिंगापुर पुलिस फोर्स (SPF) के अनुसार, अब तक की जांच में जुबीन गर्ग की मौत को लेकर किसी भी तरह की आपराधिक साजिश या गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले हैं। पुलिस का कहना है कि गर्ग की मौत 19 सितंबर को समुद्र में तैरते समय हुई थी और फिलहाल इसे संदिग्ध मानने का कोई ठोस आधार सामने नहीं आया है।
हालांकि, जांच अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। पुलिस ने बताया कि सभी तथ्यों और सबूतों की पड़ताल के बाद रिपोर्ट सिंगापुर के स्टेट कोरोनर को सौंपी जाएगी। इसके बाद कोरोनर इन्क्वायरी (CI) होगी, जो जनवरी या फरवरी 2026 में होने की संभावना है।
SPF ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि कोरोनर इन्क्वायरी एक फैक्ट-फाइंडिंग प्रक्रिया होती है, जिसका उद्देश्य मौत के कारणों और उससे जुड़ी परिस्थितियों की सटीक जानकारी जुटाना होता है। इस जांच के पूरा होने के बाद ही अंतिम निष्कर्ष सार्वजनिक किए जाएंगे।
पुलिस ने यह भी कहा कि वह इस मामले में पूरी निष्पक्षता और पेशेवर तरीके से जांच कर रही है। साथ ही, जनता से अपील की गई है कि वे बिना पुष्टि की गई जानकारी पर भरोसा न करें और किसी भी तरह की अफवाहें फैलाने से बचें।
इस बीच, भारत में भी इस मामले ने नया मोड़ लिया है। गर्ग की मौत की जांच कर रही एक विशेष जांच टीम (SIT) ने हाल ही में एक भारतीय अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। इसमें सिंगर के सेक्रेटरी सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल ऑर्गनाइजर श्यामकानु महंत समेत चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है।
गौरतलब है कि जुबीन गर्ग को 20 सितंबर को सिंगापुर के सनटेक कन्वेंशन एंड एग्जीबिशन सेंटर में आयोजित चौथे नॉर्थईस्ट इंडिया फेस्टिवल में परफॉर्म करना था, लेकिन उससे ठीक एक दिन पहले उनकी मौत हो गई थी।
फिलहाल, सिंगापुर पुलिस और भारतीय एजेंसियों की जांच अलग-अलग स्तर पर जारी है। ऐसे में अंतिम सच्चाई सामने आने के लिए सभी की नजरें आने वाली कोरोनर इन्क्वायरी पर टिकी हुई हैं।