मुंंबई से स्मिता श्रीवास्तव। लगभग 33 साल पहले दूरदर्शन पर प्रसारित Ramayan सीरियल का पुनः प्रसारण रावण के अंत के साथ ही खत्म हो गया। इतने वर्षों बाद दिखाए गए इस शो ने टीआरपी के मामले में रिकॉर्ड बना लिया। लॉकडाउन के कारण घर में कैद पिछली पीढ़ी के साथ ही नई पीढ़ी को भी इसका आनंद लेने का मौका मिला। धारावाहिक के निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने दैनिक जागरण के साथ चर्चा में Ramayan सीरियल जुड़े कई राज खोले। उन्होंने कहा कि सीरियल के निर्माण के पीछे दैवीय शक्तियों और साधुओं का मार्गदर्शन भी था, जिसके साक्षी वे खुद भी रहे हैं। वहीं बाल स्वरूप भगवान राम और काकभुशुण्डि वाले सीन से जुड़ा दिलचस्प किस्सा उन्होंने साझा किया। (नीचे देखें वीडियो)
प्रेम सागर ने बताया कि काकभुशुण्डि बालक राम की परीक्षा लेने आते हैं, इस कहानी से सभी परिचित हैं। उसकी शूटिंग से जुड़ा एक वाकया बताता हूं। कौवे वाले उस सीन को फिल्माना बहुत कठिन था। एक तरह नन्हा बालक और दूसरी तरफ कौवे। आखिर कैसे शूटिंग हो।
सबसे पहले तो बड़ी मुश्किल से एक कौवा पकड़ा गया और सेट पर लाया गया। लाइट और कैमरा ऑन हुआ। तब पापाजी (रामानंद सागर) कौवे के पास गए। हाथ जोड़कर प्रणाम किया और बोले, हे! काकभुशुण्डि जी, मैं संकट में हूं। कृपया मेरी सहायता कीजिए।
बकौल प्रेम सागर, पापाजी को देखकर ऐसा लगा मानो, उन्होंने पूरी सीन कौवे को समझा दिया हो। 10 मिनट का सीना था। इसके बाद जो हुआ उसे देखकर हर कोई हैरान था। एक मंझा एक्टर जैसे काम करता है कौवे ने वैसे ही किया। पापाजी कहते बच्चे को देखो, वह तुरंत देखता। रोटी लो, रोटी ले लेता। बच्चे के साथ इस तरह खेलता मानो पालतू हो। दस मिनट तक जैसे काकभुशुण्डि जी स्वयं शॉट दे रहो हों। कैमरा और लाइट ऑफ हुई कौवा उड़कर चला गया।