केवड़िया। देश के गृह मंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज जयंती है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रध्दांजलि दी है। लौहपुरुष सरदार पटेल को श्रध्दांजलि देने पीएम मोदी गुजरात स्थित केवड़िया पहुंचे जहां स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनाया गया है। आज सुबह स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे पीएम मोदी ने सरदार पटेल को श्रध्दांजलि अर्पित करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित किए। पीएम मोदी केवड़िया में आयोजित एकता दिवस की परेड में भी हिस्सा लिया। यहां पीएम मोदी ने लोगों को एकता की शपथ भी दिलाई। पढ़े आयोजन के दौरान होने वाली गतिविधियों की लाइव अपडेट्स:
- पीएम मोदी ने देश से आव्हान किया कि 'संगच्छदवं, संवद्वमं' मंत्र के साथ हम सभी लोग आगे बढ़ें। एक साथ चलें। अंत में पीएम मोदी ने पूरे देश को राष्ट्रीय एकता दिवस की सभी को शुभकामनाएं दीं।
- नॉर्थ ईस्ट का अलगाव अब लगाव में बदल रहा है। दशकों पुरानी समस्याएं अब हल होने लगी हैं। वो भी किसी सख्ती से नहीं बल्कि उनसे नाता जोड़कर हो रहा है।
- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों से वादा किया था कि उन्हें अन्य राज्यों के बराबर सुविधाएं मिलेंगी। इन दोनों राज्यों के सभी कर्मचारियों को अब 7वें वेतनमान का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। हमारा निर्णय जमीन पर लकीर खींचने के लिए नहीं है, बल्कि विश्वास की कड़ी बनाने के लिए है।
- जम्मू कश्मीर में आजादी के बाद पहली बार BDC के चुनाव हुए। 98 फीसदी पंच, सरपंचों ने वोट डाला। यह भागीदारी अपने आप में एकता का संदेश है। जम्मू कश्मीर में राजनीतिक स्थिरता आई है।
- सरदार पटेल देश को आगाह करके गए थे कि जम्मू कश्मीर का एकीकरण ही एकमात्र उपाय है। पीएम मोदी ने कहा कि 5 अगस्त को जो एकता के साथ महान निर्णय किया गया है उसे सरदार पटेल को समर्पित करता हूँ।
- दशकों तक आर्टिकल 370 ने एक अस्थाई दीवार बना रखी थी। जो दीवार कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद करा रही थी वह दीवार अब गिरा दी गई है।
- पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि इसने कश्मीर को कुछ नहीं दिया। इसने सिर्फ आतंक और अलगाव ही दिया। इस वजह से 40 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी थी।
- राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर देश के समस्त देशवासियों को मौजूद चुनौती याद दिला रहा हूं। पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो हमसे युद्ध नहीं जीत सकते वे हमारी एकता में छेद करने की कोशिश कर रहे हैं।
- पीएम मोदी ने कहा 'हम भारत के लोग' एकता का प्रतिबिंब है। एकता की ताकत का पर्व निरंतर मनाना अनिवार्य है।
- चाणक्य ने सदियों पहले अपने कालखंड में देश को एक करने का काम किया था। इसके सदियों बाद यह काम कोई दोबारा कर पाया तो वह सरदार वल्लभभाई पटेल थे।
- सदियों की गुलामी के बावजूद भी देश के किसी कोने में भारतीयता की भावना खत्म नहीं हुई। यही वजह है कि जब सरदार पटेल एकता का छत्र लेकर निकले तो सभी उसकी छत्रछाया में खड़े हो गए।
- हमें विविधता के अवसर को एकसाथ सेलिब्रेट करना है। इसिलिए तो एक भारत, श्रेष्ठ भारत है। यह वह ताकत है जो किसी भी अन्य देश के भाग्य में नहीं है।
- इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल से ऊर्जा और शांति मिलती है। भारत की विशेषता को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विविधता में ही एकता उसकी विशेषता है।
- फिलहाल पीएम मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल का बोला एक-एक शब्द अहम है। सरदार पटेल की प्रतिमा एकता का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर सभी लोगों को देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए सभी को समर्पित रहने की शपथ दिलाई।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi pays tribute to #SardarVallabhbhaiPatel at Statue of Unity in Kevadia, Gujarat. #RashtriyaEktaDivas pic.twitter.com/AXPiWb5GCs
— ANI (@ANI) October 31, 2019
बता दें कि पीएम मोदी द्वारा पहली बार केंद्र की सत्ता में आने के बाद से साल 2014 से सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसी कड़ी में आज भी देशभर में इसे सेलिब्रेट किया जा रहा है। आज के दिन राष्ट्रीय एकता परेड का भी आयोजन होता है। इसके अलावा कई जगहों पर रन फॉर यूनिटी का भी आयोजन किया जाता है।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का 2013 में हुआ था शिलान्यास
गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की विशालकाय लौह प्रतिमा को लगाया गया है। इस प्रतिम का 31 अक्टूबर 2013 को शिलान्यास किया था। जिस वक्त इस मूर्ति का शिलान्यास किया गया था उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। यह स्टेच्यू सरदार सरोवर बांध से तीन किलोमीटर की दूरी पर साधू बेट जगह पर स्थित है। यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। जिसकी लंबाई 182 मीटर (लगभग 597 फीट) है।