डिजिटल डेस्क। योगासन और प्राणायाम हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें से कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) सबसे लोकप्रिय है।
नियमित रूप से इसे करने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, पेट की चर्बी कम होती है, पाचन मजबूत होता है और मानसिक तनाव भी कम होता है। लेकिन इसके लाभ तभी मिलते हैं जब इसे सही तरीके से किया जाए।
‘कपाल’ का मतलब है मस्तिष्क (Forehead/Brain) और ‘भाति’ का मतलब है प्रकाश या चमक (Shining)। यानी, कपालभाति करने से चेहरे और मस्तिष्क में नई ऊर्जा का संचार होता है और शरीर हल्का व ऊर्जावान महसूस करता है।
कपालभाति करने से पेट और आंतों की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं। इससे पाचन सुधरता है और कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या दूर होती है।
यह प्राणायाम पेट की चर्बी जलाने में मदद करता है। नियमित अभ्यास करने पर शरीर में कैलोरी तेजी से बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म तेज होता है।
कपालभाति करने से दिमाग शांत होता है और तनाव, चिंता व अवसाद जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। यह प्राणायाम मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है।
गहरी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया से फेफड़े मजबूत होते हैं और ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और शरीर ऊर्जावान महसूस करता है।
शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलने से त्वचा साफ और चमकदार बनती है। साथ ही बालों का झड़ना कम होता है और स्किन पर नैचुरल ग्लो आता है।
1. सबसे पहले योगा मैट पर सीधा बैठें और रीढ़ को सीधा रखें।
2. दोनों हाथों को घुटनों पर रखें और आंखें बंद करें।
3. नाक से गहरी सांस अंदर लें।
4. अब नाक से जोर से सांस छोड़ें और पेट को अंदर खींचें।
5. यह प्रक्रिया लगातार 20–30 बार करें।
6. शुरुआत में 5 मिनट तक करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाकर 15 मिनट तक ले जाएं।
हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिज़ीज़ या गर्भवती महिलाएं इसे न करें।
इसे खाली पेट सुबह करना सबसे अच्छा होता है।
अभ्यास के दौरान शरीर को अधिक जोर से न झटके।