लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। कैफीन एक नेचुरल एनर्जी बूस्टर (Stimulant) है। यह हमारी डेली लाइफ का अहम हिस्सा है। यह कॉफी, चाय, चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद होता है। ऑफिस के लंबे दिन और परीक्षा की तैयारी के लिए कैफीन अक्सर हमें सतर्क बनाए रखने और थकान से लड़ने में मदद करता है।
वैज्ञानिक रूप से देखा जाए तो कैफीन मस्तिष्क में मौजूद एडेनोसिन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करता है, जिससे हमें नींद नहीं आती। यह हमे ज्यादा फोकस्ड महसूस कराता है।
यही कारण है कि बहुत से लोग कैफीन को अपनी डेली लाइफ का हिस्सा बना लेते हैं, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या हम जितना कैफीन ले रहे हैं, वह हमारी सेहत के लिए सुरक्षित है?
बेचैनी और घबराहट (Anxiety)
अधिक कैफीन शरीर में उत्तेजना को बढ़ा सकता है, जिससे मानसिक बेचैनी, घबराहट और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
नींद से जुड़ी समस्याएं (Insomnia)
कैफीन का सेवन देर रात तक किया जाए, तो यह नींद के चक्र को बिगाड़ सकता है। इससे न केवल नींद आने में देरी होती है बल्कि नींद की गुणवत्ता भी खराब हो जाती है।
उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
कैफीन का अधिक सेवन अस्थायी रूप से ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जो हृदय रोगों और किडनी की समस्याओं का कारण बन सकता है।
पाचन समस्याएं (Digestive Issues)
अत्यधिक मात्रा में कैफीन लेने से गैस, एसिडिटी, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या कैफीन से जुड़ी शंका के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।