नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। बारिश के साथ ग्वालियर शहर में वायरल संक्रमणों का खतरा बढ़ गया है। इस बार सबसे ज्यादा असर कंजक्टिवाइटिस आई फ्लू (Conjunctivitis Eye Flu) के रूप में देखने को मिल रहा है। जयारोग्य अस्पताल समूह (JAH) और शहर के अन्य अस्पतालों में हर दिन लाल आंखें, जलन और चिपचिपाहट की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स चेतावनी दे रहे हैं कि यह एक संक्रामक वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण है, जो तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस गुर्जर के अनुसार, कंजक्टिवाइटिस आंख की बाहरी परत और पलकों की अंदरूनी सतह को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में लालिमा, जलन, पानी आना और पलकों का चिपकना शामिल है। बच्चे और बुजुर्ग इस संक्रमण की चपेट में तेजी से आते हैं। इसलिए, अगर परिवार में एक सदस्य को यह बीमारी हो जाए, तो बाकी को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
डॉक्टर्स का कहना है कि यह बीमारी सामान्यतः 5 से 7 दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन अगर साफ-सफाई और इलाज में लापरवाही हुई तो यह आंखों के लिए खतरनाक भी हो सकती है। शहर के अस्पतालों में आने वाले हर 10 में से 2 मरीज अब आंखों की इस समस्या से पीड़ित पाए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार मानसून का मौसम हर साल कंजक्टिवाइटिस फैलने का कारण बनता है। गंदे हाथों से आंखों को छूना, भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाना, और संक्रमित वस्तुओं का प्रयोग करना इसके प्रमुख कारण हैं। ऐसे में सावधानी ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।