
लाइफस्टाइल डेस्क: आजकल ईयरफोन का अत्यधिक उपयोग आम हो गया है। लोग सड़क पर चलते समय, रेलवे ट्रैक पार करते हुए, यहां तक कि भोजन करते समय भी ईयरफोन लगाए रहते हैं। शुरुआत में यह आदत सामान्य लगती है, लेकिन समय के साथ यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। तेज आवाज में लगातार ईयरफोन का इस्तेमाल धीरे-धीरे कानों और दिमाग पर बुरा प्रभाव (Earphone Side Effects) डालता है।

लगातार तेज आवाज़ सुनने से लोग ऊंचे वॉल्यूम के आदी हो जाते हैं। इससे कानों की प्राकृतिक संवेदनशीलता कम होने लगती है। भविष्य में व्यक्ति को सामान्य आवाज भी कम सुनाई देने लगती है, जो एक गंभीर समस्या बन सकती है।
लंबे समय तक तेज आवाज़ में ईयरफोन का उपयोग करने से नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। कई लोगों को अनिद्रा की शिकायत होने लगती है। इसलिए सोने से पहले या देर रात ईयरफोन के इस्तेमाल से बचना जरूरी है।
जब कोई व्यक्ति नियमित रूप से ऊंचे वॉल्यूम पर संगीत सुनता है, तो तेज ध्वनि तरंगें कानों के जरिए अंदर जाती हैं। ये तरंगें न केवल सुनने की नसों को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि दिमाग की कोशिकाओं पर भी नकारात्मक असर डाल सकती हैं। लंबे समय तक ऐसा करने से मानसिक थकावट बढ़ सकती है।
लगातार ऊंचे वॉल्यूम पर संगीत सुनने से सुनने की शक्ति धीरे-धीरे कमजोर हो जाती है। कानों में दर्द या झनझनाहट भी हो सकती है। यह देखा गया है कि जो लोग नियमित रूप से ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल करते हैं, उन्हें दूसरों की तुलना में आवाज कम सुनाई देने लगती है।
हाई वॉल्यूम पर म्यूजिक सुनने से तनाव और चिंता बढ़ सकती है। कई लोगों को सिर भारी लगना, चक्कर आना या बेचैनी महसूस होती है। लगातार ईयरफोन लगाने से दिमाग पर दबाव बढ़ता है, जो मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।