
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देश अपने 79वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) के लिए पूरी तरह से तैयार है। 15 अगस्त का दिन हर एक भारतीय के लिए बेहद खास है, क्योंकि साल 1947 में इस दिन भारत को आजादी मिली थी। इस दिन के प्रतीक के रूप में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर हर कोई गर्व से भारतीय ध्वज को सलामी देता है। हमारा तिरंगा झंडा हर भारतीय नागरिक के लिए शान और सम्मान का प्रतीक है।
जब भी तिरंगा लहराता है तो सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। हर कोई दिल से खुशी महसूस करता है। ये सिर्फ एक कपड़ा नहीं, बल्कि हमारे देश की आजादी, एकता और पहचान का प्रतीक माना जाता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि तिरंगे में तीन रंग होते हें। केसरिया, सफेद और हरा। इन तीनों रंगों का अपना ही महत्व है। कई लोग इन रंगों के अलग-अलग मतलब निकालते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन रंगों का वाकई में क्या मतलब होता है? आज हम आपको बताएंगे कि इन रंगों का क्या मतलब होता है। आइए एक नजर डालते हैं-
तिरंगे के सबसे ऊपर केसरिया रंग होता है। ये रंग देश की ताकत और साहस को दिखाता है। ये हमें याद दिलाता है कि किसी भी मुश्किल घड़ी में हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। बल्कि डट कर उसका सामना करना चाहिए। ये रंग बलिदान और देशभक्ति की भावना का भी प्रतीक माना जाता है।
झंडे के बीच की सफेद पट्टी शांति और सच्चाई का प्रतीक मानी जाती है। इसमें बना अशोक चक्र धर्म, सच और न्याय के रास्ते पर चलने की सीख देता है। सफेद रंग से हमें ये सीख मिलती है कि विकास और प्रगति के साथ-साथ शांति और ईमानदारी भी उतनी ही जरूरी है।
तिरंगे में सबसे नीचे का रंग हरा होता है ये हमारे देश की जमीन की खेती, विकास और भलाई को दिखाता है। ये रंग हमें पेड़-पौधों और नेचर की अहमियत बताता है। इससे हमें ये सीख मिलती है कि हमें अपने आसपास हरियाली बनाए रखनी चाहिए।
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जो सफेद पट्टी के बीच में गहरे नीले रंग का चक्र बना होता है, उसे अशोक चक्र कहते हैं। ये अशोक स्तंभ के सिंह स्तंभ (सारनाथ) पर बने चक्र से लिया गया है। इसमें 24 तीलियां (स्पोक्स) होती हैं। जो साल के 24 घंटे का प्रतीक हैं। ये हमें सिखाता है कि अपनी लाइफ में आगे बढ़ते रहना चाहिए और कर्म करते रहना चाहिए। तभी सफलता मिलेगी।
आपको बता दें कि भारत के राष्ट्रीय ध्वज के इस डिजाइन को 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने अपनाया था। तब से ये हमारे देश की आजादी और गौरव का प्रतीक बना हुआ है। आज जब हम स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे को सलामी देते हैं, तो हमें ये याद रखना चाहिए कि ये ध्वज सिर्फ एक प्रतीक नहीं, बल्कि हमारे पूर्वजों के बलिदानसें की याद दिलाता है।