Sawan Food Alert: सावन में न करें दही, लहसुन, प्याज और बैंगन का सेवन… जानिए वैज्ञानिक कारण
Sawan Food Alert: सावन का महीना पवित्र माना गया है, जिसमें भगवान शिव की आराधना होती है। इस दौरान खान-पान का भी ध्यान रखना चाहिए। अधिकांश लोग सावन का व्रत रखते हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी खानापान में पर नियंत्रण जरूरी है।
Publish Date: Wed, 09 Jul 2025 02:55:03 PM (IST)
Updated Date: Wed, 09 Jul 2025 02:55:03 PM (IST)
HighLights
- वर्षाकाल में हरी सब्जियां खाने में बरतें सावधानी
- कीड़े मारने के लिए छिड़का जाता है कीटनाशक
- पाचन तंत्र कमजोर पड़ता है, हल्का भोजन जरूरी
हेल्थ डेस्क, इंदौर, Sawan Food Alert। अक्सर बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि बारिश के समय पत्तेदार सब्जियां जैसे मैथी, पालक, गाजर, पत्तागोभी, बैगन आदि से दूरी बना लेनी चाहिए। वर्षाकाल में इन सब्जियों में कीड़े अंडे देते हैं और इन कीड़ों को मारने के लिए जहरीले स्प्रे का उपयोग किया जाता है। ऐसे में इनके सेवन से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
वहीं वर्षाकाल में पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है, इसलिए जितना हो सके रात के समय भोजन से परहेज करें और सुपाच्य भोजन ही करें। बारिश के कारण पानी में भी अधिक बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं, इसलिए पानी भी उबालकर ही पिएं।
सावन में क्या नहीं खाएं
- दूध और दही: सावन में दूध से बने उत्पादों का सेवन करने से इसलिए बचना चाहिए क्योंकि इन दिनों जमीन में दबे अधिकांश कीड़े ऊपर आ जाते हैं और घास या हरी चीजों को संक्रमित कर देते हैं। गाय या भैंस इस सीजन में अत्यधिक मात्रा में घास खातीं है, जिससे दूध में भी संक्रमण का खतरा रहता है।
- वहीं दही इसलिए नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इन दिनों वातावरण में नमी और कीटाणुओं की वृद्धि होती है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया पनपते हैं, इसके अलावा, दही की तासीर ठंडी होती है, जिससे सर्दी-जुकाम होने का डर भी रहता है।
- लहसुन, प्याज से भी करें परहेज: आयुर्वेद में कहना है कि बारिश के कारण लोगों की पाचन शक्ति कमजोर होती है। वहीं लहसुन और प्याज की तासीर गरम होती है, जिसे खाने से पेट फूलना, गैस और अपच होने की संभावना रहती है।
बैंगन से भी बनाएं दूरी: सावन के महीने में बैंगन न खाने की सलाह दी गई है, जिसका मुख्य कारण इसकी प्रकृति और पाचन पर पड़ने वाला प्रभाव है। बैंगन को गंदगी में उगने वाली सब्जी माना जाता है और सावन में नमी के कारण इसमें कीड़े लगने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां से भी वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ने का डर बना रहता है। इस मौसम में पत्तेदार सब्जियों में अधिक मात्रा में पनपते हैं कीटाणु
वर्षा ऋतु में पत्तेदार सब्जियों में संक्रमण का खतरा अधिक रहता है, इसलिए जितना कम हो सके उतना पत्तेदार सब्जियां खाने से बचे। इस सीजन में पाचन तंत्र भी खराब हो जाता है इसलिए दिन के समय ही भोजन करें, रात के समय कीटाणु अधिक मात्रा में सक्रिय हो जाते हैं। इसलिए रात में भोजन करने से परहेज करें। डा. केएल शर्मा, आयुर्वेद चिकित्सक, ग्वालियर
इस मौसम में सब्जियां में इल्ली सहित कई अन्य कीटाणु अधिक मात्रा में पनपते हैं। इन्हें मारने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे सब्जियां जहरीली हो जाती हैं। ठंड के मौसम में जहां एक स्प्रे की जरूरत पड़ती थी, वहीं इस मौसम में पांच स्प्रे की जरूरत पड़ती है। एमपीएस बुंदेला
सहायक संचालक
उद्यान विभाग, ग्वालियर