
लाइफस्टाइल डेस्क। हमारी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है। जब इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है, तो शरीर छोटे-छोटे संक्रमणों का भी आसानी से शिकार हो जाता है। कई बार लोग इन शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे आगे चलकर गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
अगर आप भी बार-बार बीमार पड़ते हैं या शरीर जल्दी थक जाता है, तो यह आपकी कमजोर इम्यूनिटी का संकेत हो सकता है। आइए जानें ऐसे 5 प्रमुख लक्षण, जो बताते हैं कि आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो चुकी है।
अगर आपको हर महीने सर्दी, खांसी या हल्का बुखार हो जाता है, तो यह साफ संकेत है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। मजबूत इम्यूनिटी सामान्य वायरस और बैक्टीरिया से लड़ लेती है। बार-बार होने वाले संक्रमण बताते हैं कि शरीर की सुरक्षा कमजोर पड़ गई है।
यदि छोटे कट, जलने या घाव को ठीक होने में बहुत अधिक समय लग रहा है, तो यह भी इम्यूनिटी कमजोर होने का लक्षण हो सकता है। कमजोर इम्यून सिस्टम शरीर में हीलिंग प्रोसेस को धीमा कर देता है। इससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
यदि आप पर्याप्त नींद लेने के बाद भी थकान महसूस करते हैं, तो यह कोई सामान्य आलस नहीं है। शरीर का एनर्जी लेवल इम्यूनिटी से जुड़ा होता है। कमज़ोर इम्यून सिस्टम शरीर को थका हुआ महसूस कराता है और ऊर्जा कम होने लगती है।
कमजोर इम्यूनिटी का प्रभाव आपकी गट हेल्थ पर भी पड़ता है। बार-बार पेट खराब होना, गैस, अपच, दस्त या कब्ज रहना इम्यून सिस्टम कमजोर होने के संकेत हैं। क्योंकि शरीर की 70% इम्यूनिटी आंतों से जुड़ी होती है।
त्वचा का स्वास्थ्य आपकी इम्यूनिटी का आईना होता है। बार-बार स्किन इंफेक्शन, दाने, रैशेज, या फंगल इंफेक्शन (जैसे दाद, खुजली) होना। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र का स्पष्ट संकेत है। त्वचा पर बार-बार समस्याएँ आना इस बात का संकेत है कि आपका शरीर बाहरी जीवाणुओं से ठीक से नहीं लड़ पा रहा।