
लाइफस्टाइल डेस्क। रिश्ते जीवन का आधार हैं, लेकिन जब आपसी समझ की जगह तनाव और दूरियां ले लें, तो यह संकेत है कि रिश्ते की नींव कमजोर हो चुकी है। कई बार हम इन बदलावों को पहचान नहीं पाते, लेकिन कुछ स्पष्ट संकेतों से समझा जा सकता है कि रिश्ता खत्म होने की कगार पर है।
किसी भी स्वस्थ रिश्ते की आत्मा 'बेहतर संवाद' है। जब पार्टनर के बीच हर छोटी-बड़ी बात साझा करने का सिलसिला थम जाए और उसकी जगह चुप्पी या सतही बातें ले लें, तो समझें कि चीजें ठीक नहीं हैं। पार्टनर की भावनाओं में दिलचस्पी कम होना या शारीरिक रूप से साथ होकर भी भावनात्मक रूप से मीलों दूर महसूस करना एक गंभीर चेतावनी है।
प्यार से अधिक महत्वपूर्ण आपसी सम्मान है। जब एक-दूसरे की राय, व्यक्तिगत स्पेस या भावनाओं का अनादर होने लगे, तो रिश्ता डगमगाने लगता है। लगातार आलोचना, अपमानजनक टिप्पणियां और सफलता में खुशी न महसूस करना खतरे के संकेत हैं। यदि जरूरत के समय सहयोग के बजाय उदासीनता मिले, तो पार्टनर के बीच 'टीम वर्क' खत्म हो चुका होता है।
मजबूत रिश्तों में भविष्य की एक साझी तस्वीर होती है। यदि आप या आपका साथी भविष्य के लक्ष्यों (करियर, परिवार या निवेश) में एक-दूसरे को शामिल करना बंद कर दें, तो यह अलगाव का स्पष्ट प्रमाण है। यह दर्शाता है कि अब आप दोनों की दिशाएं अलग हो चुकी हैं।
इन संकेतों का अर्थ यह नहीं कि रिश्ता तुरंत समाप्त हो गया है, बल्कि यह आत्म-मंथन और सुधार का समय है। कपल थेरेपी और गंभीर बातचीत से स्थितियां सुधारी जा सकती हैं। हालांकि, यदि निरंतर प्रयासों के बाद भी बोझ और मानसिक तनाव कम न हो, तो गरिमा के साथ अलग राह चुनना ही बेहतर होता है। एक स्वस्थ रिश्ता वह है जो आपकी खुशियों को बढ़ाए, न कि उन्हें सीमित करे।