
डिजिटल डेस्क। देश के कई इलाकों में हो रही रही बेमौसम बारिश जहां किसानों के लिए फसलों पर कहर बनकर आई है, वहीं आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बढ़ा रही है। ऐसे में यदि बाहर हल्की बूंदाबांदी हो रही है और आप कहीं निकल गए और भीग गए तो बीमार हो सकते हैं। अचानक तापमान में गिरावट और नमी बढ़ने से मौसमी बीमारियां तेजी से फैलने लगी हैं।
डॉक्टरों के अनुसार यह समय संक्रमणजनित बीमारियों के फैलने का सबसे अनुकूल होता है, क्योंकि नमी के कारण बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपते हैं। क्या होगा भीगने से ग्वालियर जेएएच के डॉक्टर नारायण हरि शर्मा के मुताबिक यह मानसून की बारिश नहीं है। बल्कि यह बारिश ऐसे समय पर हो रही है जब उम्मीद नहीं होती। चूंकि यह समय मौसम के बदलाव का होता है, यानी तापमान में अब गिरावट होती है। ऐसे में यदि आप भीग जाते हैं तो आप सर्दी, जुखाम व वायरल आदि की चपेट में आ जाएंगे।
साथ ही बेमौसम बारिश से मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बन गया है, जिससे डेंगू और मलेरिया भी हो सकता है। साथ ही ठंडक और नमी के चलते गले के संक्रमण, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और साइनस जैसी समस्याएं भी लोगों को परेशान कर सकती है। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। घरों में बंद माहौल और भीगी हवा के कारण संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से फैलता है। गंदा पानी और खुला खाना भी दस्त और पेट से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकता है।
डॉक्टरों का कहना है कि अभी दो-तीन दिन तक बेमौसम वर्षा और ठंडी हवाओं की स्थिति रह सकती है, इसलिए लोगों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। थोड़ी सी सतर्कता से न केवल मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि परिवार को भी संक्रमण के खतरे से सुरक्षित रखा जा सकता है।