
लाइफस्टाइल डेस्क। ठंड का मौसम भले ही सुकूनभरा लगे, लेकिन यह शरीर के साथ-साथ दांतों की सेहत पर भी असर डालता है। इस मौसम में दांतों की सेंसिटिविटी (संवेदनशीलता) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
ठंडे या गर्म खाने-पीने की चीजें दांतों में झनझनाहट और दर्द का कारण बन रही हैं। जयारोग्य अस्पताल के दंत रोग विभाग में रोजाना 25 से 30 मरीज इस समस्या के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष और दंत विशेषज्ञ (Dental Specialists) डॉ. के.आर. खांडे के अनुसार, सर्दियों में तापमान में उतार-चढ़ाव से मुंह के अंदर के सॉफ्ट टिशू सूखने लगते हैं। इससे लार का स्राव कम हो जाता है, जो मुंह की प्राकृतिक सफाई में मदद करता है।
लार की कमी के कारण मुंह में बैक्टीरिया बढ़ते हैं और यही कारण है कि कैविटी, मसूड़ों की सूजन और सेंसिटिविटी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
उन्होंने बताया कि ठंड में लोग पानी कम पीते हैं, जिससे मुंह की नमी घटती है। यही वजह है कि संक्रमण और दांतों के कमजोर होने की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दियों में लोग चाय, कॉफी और स्नैक्स के साथ मीठी चीजें खाने के शौकीन होते हैं। डॉ. खांडे बताते हैं कि मीठा बैक्टीरिया को आकर्षित करता है, जिससे मसूड़ों में संक्रमण और कैविटी की समस्या बढ़ जाती है।
अगर मीठा खाएं तो उसके बाद दांत साफ करें। साथ ही, रात में ब्रश किए बिना न सोएं।
अगर आपके दांत ठंड में सेंसिटिव महसूस होते हैं, तो सेंसिटिव टूथपेस्ट और सॉफ्ट ब्रिसल ब्रश का प्रयोग करें। ये दांतों को नुकसान पहुंचाए बिना सफाई करते हैं और सेंसिटिविटी कम करने में मदद करते हैं।
दंत विशेषज्ञ डॉ. आशीष माहेश्वरी सलाह देते हैं कि सर्दियों में ठंडा पानी पीने से दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है, इसलिए हमेशा गुनगुना पानी पिएं। साथ ही बहुत गर्म भोजन करने से भी बचें, क्योंकि यह मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।