डिजिटल डेस्क। हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day 2025) मनाया जाता है। यह दिन ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस (Sir Ronald Ross) की याद में मनाया जाता है।
रोनाल्ड रॉस ने वर्ष 1897 में यह खोज की थी कि मादा एनोफिलाइन मच्छर (Female Anopheline Mosquito) इंसानों में मलेरिया फैलाती है। उनके इसी शोध के बाद दुनिया को मलेरिया और मच्छरों से जुड़ी बीमारियों की गंभीरता का पता चला।
वर्ल्ड मॉस्किटो डे मनाने का उद्देश्य लोगों को मच्छरों से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि मच्छर केवल एक छोटा सा कीड़ा नहीं है, बल्कि सैकड़ों घातक बीमारियों का वाहक है। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, ज़ीका वायरस और यलो फीवर जैसी जानलेवा बीमारियां मच्छरों से ही फैलती हैं।
1. मलेरिया (Malaria) - एनोफिलीस मच्छर के काटने से फैलता है। तेज बुखार, ठंड लगना और कमजोरी इसके लक्षण हैं।
2. डेंगू (Dengue) - एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होता है। इसमें तेज बुखार, प्लेटलेट्स की कमी और शरीर में दर्द होता है।
3. चिकनगुनिया (Chikungunya) - इसमें जोड़ों का दर्द लंबे समय तक बना रहता है।
4. ज़ीका वायरस (Zika Virus) - गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक।
5. फाइलेरिया (Filariasis) - लंबे समय तक रहने वाली गंभीर बीमारी, हाथ-पैर सूज जाते हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार, मच्छर दुनिया में सबसे ज्यादा इंसानों की मौत का कारण बनने वाले जीवों में से एक हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लाखों लोग मच्छरों से फैली बीमारियों के कारण जान गंवाते हैं।