नईदुनिया प्रतिनिधि, आलीराजपुर। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए लोकायुक्त इंदौर की टीम ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रामा अवास्या को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित ने घूस के रुपये लेकर पेंट की जेब में रख लिए थे। लोकायुक्त ने पेंट भी उतरवाकर जब्त किया है।
कमलेश संगाडिया निवासी ग्राम बरझर (शामलाकुंड) तहसील चंद्रशेखर आजादनगर ने शिकायत की थी कि उसकी पत्नी कमिला संगाडिया ग्राम शामलाकुंड में शासकीय उचित मूल्य दुकान (कोड नं. 4906022) का संचालन करती हैं।
गत 20 अगस्त को कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रामा अवास्या द्वारा उक्त दुकान का पंचनामा तैयार किया गया और उसी आधार पर एफआईआर दर्ज करने की धमकी देकर पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी। शिकायतकर्ता द्वारा यह मामला लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। प्राथमिक सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने के बाद टीम ने यह कार्रवाई की है।
पहले आरोपित अधिकारी ने महिला को कलेक्टर कार्यालय बुलाया, परंतु मीटिंग का हवाला देकर बाद में उसे वेयरहाउस में बुलाया गया। जैसे ही महिला व उसके पति ने आरोपित को 50 हजार रुपये की पहली किस्त सौंपी, लोकायुक्त की टीम ने मौके पर दबिश दी और अवास्या को रिश्वत की रकम के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। यह भी जानकारी सामने आई है कि यह रकम पांच लाख रुपये की कुल रिश्वत में से पहली किस्त थी, जिसमें से एक लाख रुपये बुधवार को देने का समझौता हुआ था।
आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा सात के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपित से पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
कार्रवाई का नेतृत्व कार्यवाहक निरीक्षक सचिन पटेरिया ने किया। टीम में प्रआर विवेक मिश्रा, आरक्षक विजय कुमार, कमलेश परिहार, अनिल परमार सहित अन्य स्टाफ शामिल रहे। गवाह के रूप में लोकायुक्त इंदौर से बीआरसी अनुराग भारद्वाज, राजेंद्र तंवर आदि उपस्थित रहे।
कार्रवाई से जिले के प्रशासनिक और खाद्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। आम नागरिकों ने लोकायुक्त टीम की कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश बताया है और सराहना की है।