आलीराजपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। तेजा दशमी पर गुरुवार को शहर के प्रमुख तीर्थ भगवान रामदेव मंदिर प्रांगण में आस्था का मेला लगा। मालवा-निमाड़ सहित गुजरात व राजस्थान से भी श्रद्घालु यहां मत्था टेकने आए। दिनभर में 15 हजार से अधिक भक्तों ने यहां दिव्य दर्शन किए। इस दौरान कई आस्थावानों ने मन्न।त भी उतारी। बधाों को तराजू में रख फल सहित अन्य सामग्री से बधाों को तौला गया। पश्चात उक्त सामग्री भगवान के श्रीचरणों में अर्पित की गई।
शहर में भगवान रामदेव का करीब सात दशक पुराना तीर्थ स्थित है। कहा जाता है कि बापू नृसिंहानंदजी रामदेवरा से दिव्य ज्योत लेकर यहां आए तथा तीर्थ स्थापित किया। कालांतर में उक्त स्थल ने भगवान रामदेवजी के भक्तों के लिए आस्था के बड़े केंद्र का रूप ले लिया। अंचल सहित गुजरात व राजस्थान के भक्त बड़ी संख्या में यहां आते हैं। तेजादशमी पर यहां विशाला मेला लगता है। रामदेव आश्रम के सेवादारों ने बताया कि भक्तों ने यहां दशमी के पुण्य अवसर पर भगवान, दिव्य ज्योति व बापू नृसिंहानंद महाराजश्री की प्रतिमा के दर्शन किए। कई भक्तों ने संतान प्राप्ति के बाद यहां आकर मन्न।त भी उतारी। दिनभर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा। रात 12 बजे भगवान की महा आरती की गई। भक्तों के लिए भोजन प्रसादी का इंतजाम किया गया था।
चप्पे-चप्पे पर नजर आई पुलिस
पर्व विशेष के अवसर पर पुलिस के इंतजाम चाकचौबंद रहे। क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात नजर आए। इस दौरान अफसर भी निरंतर निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
उमराली में रथ में सवार होकर निकले बाबा
ग्राम उमराली में श्रद्घालुओं ने तेजा दशमी पर्व उल्लास के साथ मनाया। भक्तों ने बाबा को रथ में सवार कर भ्रमण कराया। बड़ी संख्या में श्रद्घालु चल समारोह में शामिल हुए। भगतसिंह डोडवा, पवन डोडवा, कालू डोडवा, पप्पू डोडवा आदि ने बताया कि परंपरा अनुसार यहां बाबा की झांकी निकाली गई। आसपास के गांवों से श्रद्घालु उक्त उत्सव में शामिल हुए। जगह-जगह भगवान का पूजन किया गया।