मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर अनूपपुर जिला बसा हुआ है। 15 अगस्त 2003 को अनूपपुर जिला शहडोल से विभाजित होकर स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व प्राप्त किया था। अनूपपुर जिले में अमरकंटक नामक स्थान है। यहां से ही गुजरात राज्य के भुरूच सागर तक कल-कल बहती विकास की मुख्य धारा नर्मदा नदी का उद्गम हुआ है, जिससे अनूपपुर जिले की पहचान पूरे भारत में हैं। अमरकंटक एक प्राकृतिक और धार्मिक स्थल है। यहां देश के कोने-कोने से लोग आते हैं और दार्शनिक प्राकृतिक स्थलों और भव्य मां नर्मदा मंदिर परिसर के दर्शन करते हैं।
अनूपपुर जिले की जनसंख्या 7 लाख 49 हजार से अधिक है। अनुपपपुर जिले का कुल क्षेत्रफल 3746.71 वर्ग किमी है। जिले में तीन विधानसभा अनूपपुर,कोतमा और पुष्पराजगढ़ है। अनूपपुर एक आदिवासी बहुल जिला भी है। यहां से छत्तीसगढ़ राज्य के मनेद्रगढ़ और पेंड्रा गौरेला मरवाही जिला की सीमा शुरू होती है। अनूपपुर जिले में चार तहसील कोतमा, अनूपपुर, जैतहरी और पुष्प राजगढ़ शामिल हैं। अनूपपुर में चार नगर पालिका और छह नगर पंचायत शहरी क्षेत्र हैं। अनूपपुर कृषि प्रधान जिला है, यहां मुख्य रूप से धान की खेती होती है। अनूपपुर जिले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय भी है जहां पूरे भारत क्षेत्र से विद्यार्थी अध्यनरत हैं इसी तरह उच्च शिक्षा हेतु छह महाविद्यालय भी संचालित हैं।
खनिज संसाधनों से भी अनूपपुर परिपूर्ण धनी जिला है, यहां बॉक्साइट और ग्रेनाइट जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी उपक्रम का अमरकंटक ताप विद्युत गृह और निजी पावर सेक्टर हिंदुस्तान पावर प्लांट भी यहां संचालित है। एसईसीएल कि यहां आठ कोयला खदानें संचालित हैं। अनूपपुर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन का रेलवे जंक्शन स्टेशन भी है।