आठ साल तक साइबर ठगी का शिकार बना कारोबारी, 45 लाख की ठगी, एक गिरफ्तार
अनूपपुर जिले के कोतमा में भाजपा नेता के बेटे आशीष ताम्रकार के साथ आठ साल तक चली साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नीमच थाना अधिकारी बनकर आरोपियों ने फोन किया। रकम को हवाला का पैसा बताकर धमकाया और ट्रांसफर करवा लिया।
Publish Date: Sun, 20 Jul 2025 03:36:50 PM (IST)
Updated Date: Sun, 20 Jul 2025 04:02:58 PM (IST)
भाजपा नेता के बेटे आशीष ताम्रकार के साथ आठ साल तक चली साइबर ठगीHighLights
- भाजपा नेता के बेटे आशीष ताम्रकार के साथ आठ साल तक चली साइबर ठगी।
- ठगों ने खुद को पुलिस और सीबीआई अफसर बताकर उसे डिजिटल अरेस्ट।
- रकम को हवाला का पैसा बताकर धमकाया और ट्रांसफर करवा लिया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, अनूपपुर। अनूपपुर जिले के कोतमा में भाजपा नेता के बेटे आशीष ताम्रकार के साथ आठ साल तक चली साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी, जज, वकील और पुलिस अफसर बताकर उसे डिजिटल अरेस्ट में रखा और धमका कर 45 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए।
जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने विदिशा जिले से एक आरोपी सौरभ शर्मा (32) को गिरफ्तार किया है। आरोपी से मोबाइल, लैपटॉप और ठगी से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं। दो अन्य आरोपी महेंद्र शर्मा और रवि डेहरिया की मौत हो चुकी है। दो अन्य की तलाश जारी है।
थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला ने बताया कि आशीष ताम्रकार (53) कोतमा में इलेक्ट्रॉनिक दुकान चलाते हैं और वायदा बाजार में निवेश भी करते थे। साल 2017 में उन्हें 23 लाख रुपये प्राप्त हुए। इसकी जानकारी ठगों को लग गई।
अधिकारी बनकर फोन किया
नीमच थाना अधिकारी बनकर आरोपियों ने फोन किया। रकम को हवाला का पैसा बताकर धमकाया और ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद वे अलग-अलग नंबरों से कॉल कर डिजिटल अरेस्ट में रखने का नाटक करते रहे। कभी खुद को पुलिस अधिकारी बताते, कभी जज या सीबीआई अफसर। वीडियो कॉल पर वर्दी दिखाते और सायरन की आवाज भी सुनाते।
इस तरह आठ साल तक उन्हें डराते रहे और कुल 45 लाख रुपये ठग लिए। जून महीने में आशीष ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद कार्रवाई शुरू हुई।