नईदुनिया प्रतिनिधि, अनूपपुर। कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा ग्राम सकरिया में भैयालाल रजक (60 वर्ष) की रविवार को अपने घर के पीछे खेत के कुएं में बोरे और कंबल से लिपटी एवं साड़ियों से बंधी मिली लाश के मामले में अंधे हत्याकांड का खुलासा शुक्रवार को किया। इस मामले में भैयालाल की पत्नी एवं दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। यह वारदात अवैध संबंध और पति की पूरी संपत्ति हड़पने के इरादे से हुई।
जानकारी अनुसार 31 अगस्त को गुड्डी पति भैयालाल रजक उम्र करीब 42 साल निवासी जैतहरी अनूपपुर के द्वारा थाना कोतवाली पहुंचकर सूचना दी गई थी कि ग्राम सकरिया में पति भैयालाल रजक का शव घर के पीछे खेत में बने कुएं के पानी में दिखा है। सूचना के बाद एसडीओपी अनूपपुर सुमित केरकेट्टा, टीआई कोतवाली अरविन्द जैन, एफएसएल वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर प्रदीप अहिरवार, फिन्गर प्रिन्ट विशेषज्ञ उपनिरीक्षक गिरजा शंकर गौतम शहडोल, एसडीआरएफ के प्लाटून कमाण्डर रामनरेश भवेदी, पुलिस डाग वीरा ट्रेकर के साथ घटनास्थल पहुंचकर कुएं से मृतक भैयालाल रजक का शव बरामद किया था।
मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया गया। बताया गया उक्त शव जूट के बोरे एवं कंबल में लिपटा हुआ और जूट की रस्सी एवं दो साड़ियों से बंधा हुआ था। भैयालाल रजक के सिर पर पीछे की ओर गहरी चोट से गहरा घाव होना पाया गया था। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पीएम कराए जाने पर रिपोर्ट में भैयालाल रजक की मृत्यु सिर पर आई गंभीर चोट से होना पाए जाने पर थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था।
इस घटना में पुलिस उपमहानिरीक्षक शहडोल रेंज शहडोल सविता सोहाने एवं पुलिस अधीक्षक अनूपपुर मोती उर रहमान द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण एवं आसपास के लोगों से पूछताछ कर जांच टीम को निर्देश दिए गए। पुलिस टीम द्वारा गहन छानबीन एवं साक्ष्य संकलन पर मृतक भैयालाल रजक की तीसरी पत्नी मुन्नी उर्फ विमला रजक 38 वर्ष निवासी ग्राम सकरिया, उसके प्रेमी लल्लू उर्फ नारायण दास पिता राममनोहर कुशवाहा उम्र करीब 48 वर्ष निवासी वार्ड 13 पुरानी बस्ती अनूपपुर एवं घर पर काम करने वाले मजदूर धीरज पिता समयलाल कोल उम्र करीब 25 वर्ष निवासी ग्राम सकरिया कोतवाली अनूपपुर को धारा 103(1),238,61(2) बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया है।
पुलिस के द्वारा अंधी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि भैयालाल रजक की तीन शादियां हुई है। पहली पत्नी ग्राम मझगवां जिला शहडोल की शादी के कुछ दिनों बाद ही छोड़कर चली गई थी। वर्तमान में भैयालाल रजक की दो पत्नियां है, पहली पत्नी गुड्डी बाई को कोई संतान ना होने से भैयालाल रजक ने गुड्डी बाई की छोटी बहन मुन्नी बाई रजक से भी शादी कर ली थी, जिससे भैयालाल रजक को दो संतान है। उसकी ग्राम सकरिया एवं परसवार में कीमती पैतृक जमीन है, जिसको विक्रय कराने के लिए दलाल लल्लू उर्फ नारायण दास कुशवाहा का पिछले चार-पांच वर्ष से भैयालाल रजक के घर पर आना जाना होता था।
इसी बीच मुन्नी बाई रजक का लल्लू उर्फ नारायणदास कुशवाहा से प्रेम संबंध हो गया, जिसके चलते शनिवार 30 अगस्त को मुन्नी बाई ने लल्लू उर्फ नारायणदास और घर पर काम करने वाले मजदूर धीरज कोल के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। वह जैतहरी अपनी बड़ी बहन गुड्डी रजक के पास चली जाएगी। जब रात में घर पर अकेले भैयालाल रजक रहेगा, तो उसकी हत्या की जाएगी, जिसके बाद वह लल्लू उर्फ नारायणदास कुशवाहा से शादी कर लेगी।
आपराधिक षडयंत्र के अनुसार शनिवार-रविवार रात करीब दो से ढाई बजे लल्लू उर्फ नारायणदास कुशवाहा और धीरज कोल मृतक भैयालाल रजक के निर्माणाधीन मकान में घुसे और परछी में बिछी खटिया पर सो रहे भैयालाल को निर्माणाधीन सामान में पड़े लोहे की राड से सिर में मारकर हत्या कर दी और साक्ष्य नष्ट करने के लिए घर पर पड़े जूट के बोरे और कंबल में भैयालाल की लाश को लपेटकर दो साड़ियों एवं जूट की रस्सी से बांधकर घर के पीछे खेत में बने कुएं में फेंक दी।
बताया गया भैयालाल को जमीन बेचने से लाखों रुपए मिले थे। आरोपित नारायण दास चाहता था कि उन रुपयों को हासिल कर सकें। दोनों यह भी चाहते थे कि भैयालाल अपनी संपत्ति पहली पत्नी को भी न दे सके। आरोपितों द्वारा हत्या के उपरांत कुएं में फेंके गये भैयालाल के मोबाईल को जब्त किया एवं आरोपितों का पुलिस रिमांड लेकर तथा अन्य साक्ष्य जुटा रही है।