अनूपपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ठंड का सितम जिले में तीसरे दिन भी जारी रहा। सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित रहा। अमरकंटक में तीसरे दिन भी ओस जमी रही। उत्तर से चलने वाली बर्फीली और शुष्क हवाओं से मंगलवार को भी भारी ठंड से वातावरण में ठिठुरन रही। जिले के पुष्प राजगढ़ तहसील क्षेत्र में दो दिन पहले भारी ठंड के वजह से अरहर (तुअर) की फसल में पाला पड़ा जिससे फसल मुरझा गई और सैकड़ों किसानों को मौसम की इस मार से फसल नुकसानी उठानी पड़ी है। चुनाव की व्यस्तता के कारण राजस्व अमला प्रभावित इलाकों में सर्वे करने नहीं पहुंचा है। जानकारी अनुसार मंगलवार को अनूपपुर में न्यूनतम तापमान 4.8 तथा अमरकंटक में 1.7 रहा। दो दिनों की तुलना में मंगलवार को तापमान स्थर रहा किंतु ठंड से लोगों को राहत नहीं मिली।आने वाले कुछ और दिनों तक ठंड यूंही बरकरार रहने के आसार हैं। इस ठंड से बचने लोग सड़क, घर पर अलाव का सहारा ले रहे हैं और दिन में दोपहर तक धूप में बैठे रहते। ठंड के साथ सुबह धुंध भी रही लेकिन धूप निकलने से इसका प्रभाव फसल पर नहीं पड़ा लेकिन पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में दलहन की मुख्य फसल अरहर जरूर की इलाकों में चौपट हो गई, जिससे किसान मायूस हैं और वह फसल नुकसानी की सर्वे जल्द चाहते हैं।अरहर जिले में 2433 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाई गई है जिसमें से अकेले पुष्पराजगढ़ तहसील में 1 हजार 976 हेक्टेयर भूमि पर लगी हुई है और यहां तापमान गिरने तथा पाला पड़ने से इस फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। रविवार को भारी ठंड से पारा लुढ़कने से यह फसल सूख सी गई है।अरहर की फसल में फूल आ गए थे जो शीतलहर से अत्यधिक ओस के कारण सूख गई। यह फसल लेने वाले खासे प्रभावित हुए अब फसल से उन्हें कोई उत्पादन नहीं मिलेगा। जानकारी अनुसार पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के कई गांव में फसल चौपट हुई है जिसमें से मुख्य रूप से ग्राम चिल्हियामार लमसरई,अचलपुर, लमसरई,जुहली सहित नर्मदा कछार वाले गांव शामिल है।
इनका कहना है
कुछ गांव में पाला से फसल प्रभावित हुई है संबंधित क्षेत्र के पटवारी से फसल नुकसान की जानकारी ली जाएगी।
- टीआर नाग
तहसीलदार पुष्पराजगढ़