नवदुनिया प्रतिनिधि,अशोकनगर। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर चंदेरी के राजघाट के पास बने लक्ष्मी सागर बांध के 12 गेट खुलने के कारण 21 घंटे तक दोनों राज्यों के बीच आवागमन बंद रहा। गुरुवार की शाम 8 बजे राजघाट बांध के 12 गेट खोलकर 1 लाख 83 हजार 584 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शुक्रवार की शाम जब बांध का जलस्तर कम हुआ तो 83 हजार 584 क्यूसेक पानी छोड़ा जाने लगा इससे शाम को 5 बजे बाद अंतरराज्जीय सीमा पर आवागमन शुरू हो सका।
बीते 24 घंटों में भोपाल सहित ऊपरी क्षेत्रों में हुई तेज बारिश के कारण बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण मप्र और उप्र की संयुक्त परियोजना राजघाट बांध का जलस्तर बढ़ गया है। गुरुवार को जहां दिन भर 65 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था लेकिन बांध का जलस्तर बढ़ा तो रात को 8 बजे के बाद 12 गेटों को खोल दिया गया। बेतवा रिवर बोर्ड द्वारा संचालित इस बांध के गेटों से पानी अधिक निकालते ही आवागमन बंद हो गया। लोग बसों से उतरकर बांध के ऊपर बने रास्ते से पैदल आवागमन करते रहे।
गुरुवार की रात 8 बजे से शुक्रवार की शाम 5 बजे तक मार्ग बंद होने की वजह से दोनों राज्यों की सीमाओं पर सैंकड़ों वाहनों की लाइन लगी रही। इस दौरान दोनों राज्यों की सीमाओं पर वाहन चालक जलस्तर कम होने का इंतजार करते रहे। शाम को 5 बजे जलस्तर कम होने के बाद जब दोनों तरफ की सीमाओं से बेरीकेड्स हटाए गए तब जाकर आवागमन शुरू हो सका।