
अशोकनगर (नवदुनिया प्रतिनिधि)। ओर-पिपरईगांव स्टेशन के बीच रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य पूरा हो गया है। सोमवार को मध्यवृत्त मुंबई से आए रेल संरक्षा आयुक्त मनोज अरोरा ने इसका निरीक्षण किया। इस दौरान रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओएचई लाइन, सम्बद्ध उपकरण, तथा सिग्नलिंग आदि को देखा गया। इस ट्रेक पर बिजली इंजन को 124 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाकर सफल ट्रायल किया गया, जिसके बाद कार्य की गुणवत्ता और स्पीड ट्रायल से संतुष्ट होकर रेल संरक्षा आयुक्त ने इस ट्रेक पर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाने की अनुमति दी है। सोमवार को सुबह करीब 11 बजे रेलवे संरक्षा आयुक्त मनोज अरोरा समेत अन्य अमला विशेष ट्रेन से पिपरई पहुंचा। यहां इनके द्वारा ट्रेक पर पूजा-अर्चना की गई, फिर यह लोग इसी ट्रेन से ट्रेक का निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए। मालूम हो, कि पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मण्डल के बीना-गुना रेल खण्ड पर ओर-पिपरईगांव स्टेशन के मध्य 14.415 किलोमीटर में रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य किया गया है। उक्त ट्रेक पर कुल 13 ब्रिज आते हैं, जिसमें 4 छोटे पुल और 3 बड़े पुल भी शामिल हैं। इसके अलावा ओर स्टेशन, रेहटवास स्टेशन और पिपरईगांव स्टेशन भी इसी ट्रेक पर हैं। दोहरीकरण के दौरान इन तीनों स्टेशन पर विभिन्ना कार्य किए गए हैं। निरीक्षण के समय मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल सौरभ बंदोपाध्याय, मुख्यालय जबलपुर से आये मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) वीके अग्रवाल, सीईटीपी अजय गुप्ता सहित भोपाल मंडल के वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (समन्वय) अतिन कुमार तोमर, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (उत्तर) गौरव मिश्रा, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक विवेक कुमार, वरिष्ठ मण्डल संकेत एवं दूर संचार इंजीनियर दिनेश कलामे, वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इंजीनियर (समन्वय) अनुराग त्रिपाठी, वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियर (टीआरडी) डीके मीना तथा आरवीएनएल की ओर से कार्यकारी निदेशक बीएन सिंह, मुख्य परियोजना प्रबन्धक डीके पांडेय उपस्थित रहे।
अभी अधूरा है पिपरई गांव स्टेशन पर काम
रेलवे लाइन दोहरीकरण के साथ स्टेशन पर भी काम किए गए हैं, लेकिन यह काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। पिपरईगांव स्टेशन पर ब्रिज का काम होना है। इसके अलावा यहां टीनशेड आदि भी लगाए जाने हैं। स्थानीय लोगों ने मांग करते हुए कहा कि उक्त लाइन का दोहरीकरण कार्य तो कर दिया गया है, यहां पर जल्द ही ट्रेनों का स्टापेज भी बढ़ा दिया जाए।