शाढौरा(नवदुनिया न्यूज)। देश भर में दो वर्ष पूर्व कोरोना महामारी के कारण यात्री ट्रेनों के आवागमन पर पाबंदी लगाई गई थी। कोरोना पर नियंत्रण के साथ ही सरकार ने फिर से यात्री ट्रेनों के आवागमन की व्यवस्था करना शुरू कर दी है। वहीं शाढ़ौरा स्टेशन पर रूकने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टापेज न होने व पूर्व में चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को फिर से शुरू न करने के कारण यहां से यात्रा करने वाले यात्री परेशान हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के साथ बंद की गई सभी यात्री ट्रेनों को हालात सामान्य होने के बाद रेलवे ने बहाल नहीं किया है। रेलवे के इस निर्णय के कारण शाढ़ौरा जैसे छोटे शहरों के स्टेशनों पर यात्रियों को आवागमन के लिए पर्याप्त ट्रेनों की सुविधा नहीं होने के कारण रेल यात्री परेशान हैं। शाढ़ौरा के चंद्रप्रकाश कुशवाह, दीपक सोनी, अंकित चौरसिया, रमेश सिंह कुशवाह ने कहा कि कोरोना काल के पूर्व शाढ़ौरा स्टेशन पर जो यात्री ट्रेनें रूकती थीं, उनमें से पैसेंजर ट्रेनें अभी तक शुरू नहीं की गई हैं। वहीं जो एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की गई हैं, उनमें से अधिकतर ट्रेनों के स्टापेज शाढ़ौरा में नहीं हैं। इस कारण यहां से यात्रा करने के लिए हमें अशोकनगर या गुना तक बस या दूसरे माध्यम से पहुंचकर अपनी यात्रा करनी पड़ती है। रेलवे ने ट्रेनों के किराए में भी काफी वृद्धि कर दी है। इससे भी रेल यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। यात्रियों की मांग है कि कोटा-जबलपुर, गुना-बीना, दमोह-ग्वालियर आदि पैसेंजर ट्रेनों को फिर से शुरू किया जाना चाहिए। साथ ही जो एक्सप्रेस ट्रेनें शाढ़ौरा स्टेशन से होकर गुजरती हैं, उनके स्टापेज यहां निर्धारित किए जाने चाहिए। इससे रेलवे की आय में भी इजाफा होगा और यात्रियों को ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, बीना, खुरई, सागर, दमोह, कोटा, उज्जैन, इंदौर आदि स्थानों तक सफर करने में आसानी होगी।