अशोकनगर (नवदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश में रघुवंशी समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल किए जाने के लिए समाज द्वारा जिला मुख्यालय पर शक्ति प्रदर्शन किया गया। इस दौरान रघुवंशी समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर स्थानीय रघुवंशी धर्मशाला से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम रवि मालवीय को सौंपा। इस पूरे प्रदर्शन में समाजजनों के साथ ही क्षेत्र व अन्य जिलों से आए जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर रघुवंशी समाज द्वारा बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया गया। शक्ति प्रदर्शन का उद्देश्य समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में स्थान दिलाना रहा। समाज के द्वारा पिछले कई वर्षों से अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की मांग की जा रही थी। सरकार द्वारा समाज की मांग पर विचार न करने के बाद प्रदेश में सभी जिलों में रैली निकालकर ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया है। इसी कड़ी में अशोकनगर में प्रथम ज्ञापन सौंपा गया। मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में रघुवंशी समाज ने बताया कि मध्यप्रदेश में रघुवंशी समाज सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अत्यंत पिछड़ी अवस्था में हैं। मध्यप्रदेश का रघुवंशी समाज अशोकनगर, गुना, विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, खरगोन, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास आदि जिलों में अधिक संख्या में है। ग्वालियर, शाजापुर, सीहोर, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, हरदा, शिवपुरी, सागर आदि जिलों में भी रघुवंशी समाज निवासरत है। उपरोक्त जिलों में रघुवंशी जाति की साक्षरता का स्तर निम्न है। शासकीय सेवाओं में उच्च पदों पर, प्रशासनिक एवं तकनीकी सेवाओं में रघुवंशियों का प्रतिशत लगभग शून्य है। विंध्य एवं बुंदेलखंड के जिलों के रघुवंशियों के बारे में अथवा उनकी सामाजिक दशा के बारे में जानकारी नहीं है। इस दौरान पूर्व विधायक जगन्नााथ सिंह रघुवंशी, कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरि सिंह रघुवंशी, संजय रघुवंशी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रघुवंशी सावन, डॉ. हरवीर सिंह रघुवंशी, समाज के युवा जिलाध्यक्ष विकास रघुवंशी, अमित रघुवंशी, आनंद रघुवंशी, धर्मेंद्र रघुवंशी, राजकुमार रघुवंशी सहित गुना, शिवपुरी, आरोन, शाढ़ौरा, नईसराय व ईसागढ़ क्षेत्र से बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने 2004 में की थी अनुशंसा :
समाज के युवा जिलाध्यक्ष विकास रघुवंशी ने बताया कि पूर्व में गठित कुछ राष्ट्रीय आयोगों ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में रघुवंशी जाति की सामाजिक एवं शैक्षणिक स्थिति को देखते हुए पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की अनुशंसा की है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी 2004 में अपनी अनुशंसा के माध्यम से रघुवंशियों को पिछड़ा वर्ग की सूची में सम्मिलित करने की अनुशंसा की थी। इसप्रकार विभिन्ना आयोगों की सिफारिशों के बाद भी प्रदेश में रघुवंशी समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल नहीं किया गया है। इसी मांग को लेकर आज सभी समाजजन जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि विंध्य व बुंदेलखंड के रघुवंशियों के विषय में स्थिति स्पष्ट न होने के कारण हम उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल करने की मांग नहीं करते हैं।
भाजपा विधायक ने की मुख्यमंत्री से अपील :
कार्यक्रम में शामिल होने कोलारस से आए विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि सन् 2004 में डंगस आयोग द्वारा रघुवंशी समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की सिफारिश की गई थी। जो अभी तक लंबित है। समाज का बेटा होने के नाते हमने प्रदेश की भाजपा सरकार एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ज्ञापन के माध्यम से संदेश भेज कर मांग की है कि वह डंगस आयोग की सिफारिशों की उसी फाइल को निकालकर कैबिनेट से अनुमोदन करके रघुवंशी समाज को ओबीसी में शामिल करें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में 10 तारीख तक ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।