नईदुनिया प्रतिनिधि, अशोकनगर। उसकी उम्र अभी 17 साल थी। उसके अपने सपने थे। वह अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती थी। इसके लिए पिता से लड़ पड़ी। यह बात पिता को इतनी नागवार गुजरी उसने अपनी झूठी शान के लिए बेटी को ही मार डाला। पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार भी कर दिया। मृतका की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने हत्यारोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बहादुरपुर थाना प्रभारी अरविंद कछुवाह ने बताया कि 24 अगस्त को सूचना मिली थी कि बलिहार सिंह की नाबालिग बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था। मामला संदेहास्पद लगने पर पुलिस ने फारेंसिक टीम, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ और डाग स्क्वाड को मौके पर बुलाकर जांच कराई। लड़की के पिता बलिहार सिंह ने पहले इसे आत्महत्या बताकर गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जांच में सच्चाई सामने आ गई।
पूछताछ के दौरान लड़की की मां ने राजफाश किया कि परिवार ने बेटी का रिश्ता तय किया था। उससे वह खुश नहीं थी, वह अपनी मर्जी से शादी करना चाहती थी। इसी बात पर अक्सर पिता से विवाद होता था। 23 अगस्त को वह कमरे में सो रही थी, तब पिता ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव के गले में दुपट्टा बांधकर आत्महत्या बताने का नाटक रचा। परिजनों और रिश्तेदारों को यही झूठी कहानी सुनाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
इन बयानों और फारेंसिक सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपित बलिहार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने बताया कि वह कई दिनों से हत्या का मौका ढूंढ रहा था। उस दिन बेटी सोते हुए मिल गई, उसके बाद उसने गला दबाकर मार डाला। बुधवार को आरोपित को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।