
नईदुनिया प्रतिनिधि, अशोकनगर: जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल तब खड़े हो गए, जब वार्ड में शराब पीने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो में एक भर्ती मरीज के परिजन अस्पताल के वार्ड के भीतर बेड पर बैठकर खुलेआम शराब पीते हुए दिखाई दे रहे हैं। मौके पर पहुंची नर्स ने उन्हें रोका, जिसके बाद वे गलती स्वीकारते हुए माफी मांगते नजर आए।
घटना गुरुवार रात की है। वार्ड में तैनात स्टाफ नर्स ने ही शराब पीते लोगों का वीडियो बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही पर सवाल उठने लगे, क्योंकि अस्पताल के भीतर शराब सेवन जैसी गतिविधि सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है। लाखों रुपये सुरक्षा पर खर्च होने के बावजूद गार्डों की अनुपस्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।
नर्स ने साहस दिखाते हुए कार्रवाई की। यदि शराब के नशे में मौजूद लोग नर्स के साथ अभद्रता करते, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही ऐसे संवेदनशील स्थान पर किसी भी बड़ी घटना का कारण बन सकती है।
जिला अस्पताल अशोकनगर, मध्य-प्रदेश के वार्ड में शराबखोरी का वीडियो वायरल, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल#MPNews #viralvideo pic.twitter.com/imXn1B7G65
— NaiDunia (@Nai_Dunia) November 19, 2025
सिविल सर्जन भूपेंद्र सिंह शेखावत ने मामले में सुरक्षा एजेंसी को नोटिस जारी करने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि नशे के बारे में “बेचने वाले, खरीदने वाले, उपभोग करने वाले और यहां तक कि पुलिस वाले भी जानते हैं”, जो समाज में नशे के प्रति व्यापक लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि अस्पताल परिसर में शराब का प्रवेश किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

इस बीच, कलेक्टर आदित्य सिंह ने नर्सिंग ऑफिसर गायत्री चौधरी को उनके साहसिक कदम के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। 29 अक्टूबर 2025 की रात उन्होंने सर्जिकल वार्ड में शराब सेवन कर रहे परिजनों को रोकते हुए समझाइश दी कि अस्पताल एक पवित्र स्थान है। उनकी तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए कलेक्टर ने उन्हें सम्मानित करते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।