Balaghat News : कान्हा नेशनल पार्क के वन्यप्राणी नर-मादा बाघ का एक जोड़ा पिछले 15 दिनों से वन परिक्षेत्र बिरसा अंतर्गत ग्राम सिंघनपुरी के जंगल में विचरण कर रहे है। इन दोनों नर मादा बाघ को किसानों ने खेतों में भी देखा है जिसके बाद वे भयभीत रहते है।
खेतों की मेंढ में पदचिन्ह देखकर वन विभाग ने भी बाघ होने की पुष्टि कर दी है। इधर, वन विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से आधा दर्जन से अधिक गांवों में मुनादी करवाकर लोगों को अलर्ट किया है। साथ ही खेतों में किसानों को अकेले नहीं जाने निर्देश दिए गए है।
वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने बताया कि बैहर, बिरसा के ग्राम पूरे जंगलों से घिरे हुए है और कान्हा नेशनल पार्क लगा होने से वन्यप्राणी बाघ की चहल कदमी बनी हुई रहती है। इन दिनों एक नर मादा बाघ का जोड़ा मदकाल में होने से ग्राम सिंघनपुरी के जंगल में विचरण कर रहा है।
किसानों के खेत जंगल किनारे होने से कृषि कार्य के दौरान नर मादा बाघ को 15 दिनों से लगातार किसान और खेत में काम करने वाले लोग विचरण करते देख रहे है। इसलिए ग्राम सिंघनपुरी, डोरली, आवाडोरी, दमोह समेत अन्य गांवों में कोटवार के माध्यम से मुनादी करवा दी गई है कि बारिश का दिन होने से किसान खेतों में धान की रोपाई के अलावा तूवल लगाने का कार्य सुबह से लेकर शाम तक करते है।
इसके लिए कृषि कार्य करने के दौरान खेतों में ग्रुप के साथ जाकर काम करें। वहीं मदकाल में विचरण कर रहे नर, मादा बाघ को किसी तरह की हानि न पहुंचाए। यदि खेतों में धान की रोपाई हो चुकी है और रोपाई इनके पदचिन्ह से नष्ट हो रही है तो मुआवजा दिलवाया जाएगा।
दो मवेशी का किया शिकार
ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन पहले ग्राम सिंघनुपरी में नर, मादा बाघ ने दो मवेशी का शिकार किया है जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है। क्योंकि खेतों में किसान लोग बारिश का मौसम होने से बैलजोड़ी लेकर कृषि कार्य करते है यदि उनकी बैलजोड़ी पर नर मादा बाघ ने हमला कर देता है तो धान की रोपाई करना मुश्किल काम हो जाएगा। जिसके चलते बैलजोड़ी को खेतों में ज्याद समय तक नहीं रखते है।
वन्यप्राणी विशेषज्ञ के एक्सपर्ट व्यू
वन्यप्राणी विशेषज्ञ डॉ. आशीष वैद्य के अनुसार नर मादा बाघ ने भोजन के लिए दो मवेशी का शिकार किया शिकार।
- नर मादा बाघ कान्हा नेशनल पार्क से विचरण करते हुए आए सिंघनपुरी के जंगल।
- मदकाल में बाघ को हानि पहुंचाने पर लोगों के लिए खतरा।
- वैसे मदकाल में नर मादा बाघ शिकार की अपेक्षा विचरण में ज्यादा रहता है।
इनका कहना है
दो सप्ताह से अधिक का समय बीत गया है ग्राम सिंघनपुरी के जंगल और उसके आसपास खेतों में वन्यप्राणी नर मादा बाघ विचरण कर रहे है। इस बीच दो मवेशी का शिकार किया है। मवेशी मालिकों को मुआवजा प्रदाय करवाया जाएगा। नर मादा बाघ से अलर्ट रहने के लिए मुनादी करवाई गई है साथ ही खेतों में ग्रुप में जाने के निर्देश दिए गए है। - पीआर मदनकर रेंजर बिरसा।