किरनापुर (नईदुनिया न्यूज)। मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग किरनापुर संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रांतीय आव्हान पर प्रदेश सरकार से अपनी विभिन्ना मांगों को लेकर विगत 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है। जिसके तहत किरनापुर में भी संयुक्त मोर्चा के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा जनपद पंचायत किरनापुर के प्रांगण में ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस आंदोलन स्थल पर गुरुवार को विधायक हीना कावरे पहुंचकर और संयुक्त मोर्चा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा करते हुए उनकी मांगों को जायज ठहराया। विधायक हीना कावरे ने कहा कि सरकार द्वारा हड़ताल कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर एफआइआर करने के आदेश देना न्यायोचित नहीं है। अपनी मांगों के लिए आंदोलन करना ये कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार है।
इस संबंध में उनके द्वारा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा की गई और जल्द ही इस विषय पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर समस्या का निराकरण करवाए जाने की बात कही है। जिसके तहत किरनापुर में भी संयुक्त मोर्चा के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा जनपद पंचायत किरनापुर के प्रांगण में ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस आंदोलन स्थल पर गुरुवार को विधायक हीना कावरे पहुंचकर और संयुक्त मोर्चा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा करते हुए उनकी मांगों को जायज ठहराया। विधायक हीना कावरे ने कहा कि सरकार द्वारा हड़ताल कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर एफआइआर करने के आदेश देना न्यायोचित नहीं है। अपनी मांगों के लिए आंदोलन करना ये कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार है। मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग किरनापुर संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रांतीय आव्हान पर प्रदेश सरकार से अपनी विभिन्ना मांगों को लेकर विगत 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है।