नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में शनिवार को रूपझर थाना क्षेत्र के पचामा दादर और कटेझिरिया के जंगल में सर्च पर निकले जिला बल, हॉकफोर्स और सीआरपीएफ की टीम से माओवादियों का सामना हो गया। माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए मुठभेड़ में तीन महिलाओं समेत चार माओवादी ढेर हुए। मौके से जवानों ने ग्रेनेड लांचर, एक एसएलआर राइफल, दो 315 बोर रायफल, वाकी-टाकी सेट आदि बरामद जब्त किया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सर्च अभियान अभी जारी है। मृत माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने बताया कि माओवादियों के महाराष्ट्र- मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ जोन (एमएमसी जोन) के इस क्षेत्र में अभी भी रह-रह कर मुठभेड़ जारी है। जवान जंगल में ही डटे हुए हैं। जंगल में 400 से अधिक जवान मोर्चा संभाल चुके हैं।
सुरक्षा बल को किसी तरह का नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं है। फायरिंग में कुछ माओवादी गंभीर रूप घायल हुए हैं। घने जंगल में भाग निकले माओवादियों की सर्चिंग के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है। इससे पहले 19 फरवरी को गढ़ी के सुपखार वनक्षेत्र के रौंदा जंगल में जवानों ने मुठभेड़ में 63 लाख की इनामी चार हार्डकोर महिला माओवादियों को ढेर किया गया था।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने वीडियो संदेश जारी कर बालाघाट पुलिस, हॉकफोर्स व सीआरपीएफ के जवानों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश मार्च 2026 तक माओवाद को समाप्त करने के संकल्प की दिशा में काम कर रहा है। पूर्व में ऐसे सफल ऑपरेशन पर शासन ने जवानों को पदोन्नत किया था। इस ऑपरेशन में भी अच्छा परिणाम देने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को एमपी सरकार पुरस्कृत करेगी। माओवादियों का अंजाम या तो आत्मसमर्पण है या उन्हें मौत के घाट उतारा जाएगा।