बालाघाट। एक बार फिर मध्य प्रदेश में ग्रामीण बैंकों का विलय होने जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश में सेंट्रल मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक का नर्मदा झाबुआ बैंक में विलय किया जा रहा है। इसके लिए भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने प्रारंभिक कार्रवाई पूरी ली है।
1 अप्रैल से यह बैंक मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक के नाम से जाने जाएंगे। प्रदेश के 39 जिलों में इसकी 866 शाखाएं होंगी। यह प्रदेश में भारतीय स्टेट बैंक के बाद दूसरा बड़ा बैंक होगा। बैंक ऑफ इंडिया इसका प्रवर्तक बैंक होगा।
क्यों किया जा रहा विलय
ग्रामीण बैंकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा यह कदम उठाया गया है। इससे मध्य प्रदेश की दो ग्रामीण बैंकों का विलय किया जा रहा है। इसके बाद मध्य प्रदेश में रह जाएंगे दो ग्रामीण बैंक।
39 जिलों में होंगी शाखाएं
मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक की 866 शाखाएं प्रदेश के 39 जिलों आगर मालवा, आलीराजपुर,अनूपपुर, बालाघाट, बड़वानी, बैतूल, भिंड, भोपाल, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, दतिया, देवास, धार, डिंडौरी, ग्वालियर ,हरदा, होशंगाबाद, जबलपुर, झाबुआ, कटनी, खंडवा, खरगोन, इंदौर, मंडला ,मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, श्योपुर, उज्जैन, उमरिया व विदिशा में कार्यरत रहेगी।
प्रदेश में चौथी बार ग्रामीण बैंकों हो रहा विलय
पंजाब के बाद मध्य प्रदेश में भी ग्रामीण बैंकों का विलय हो रहा है। मध्य प्रदेश में प्रदेश में ग्रामीण बैंकों के विलय की यह चौथी प्रक्रिया जो पूरी होने जा रही है। नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक व सेंट्रल मध्य प्रदेश ग्रामीण का समामेलन एक एकल ग्रामीण बैंक में 1 अप्रैल से होगा।
फोकस पॉइंट
-प्रदेश में चौथी किया जा रहा ग्रामीण बैंकों का विलय।
-अब सिर्फ दो ग्रामीण रह जाएंगे, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक व मध्यांचल बैंक ।
-प्रदेश के 39 जिलों में मध्य प्रदेश ग्रामीण की होंगी 866 शाखाएं।
नई इकाई में होगा खास
-मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक ,राज्य के भारतीय स्टेट बैंक (1134 शाखाएं)के बाद होगा दूसरा सबसे बड़ा बैंक 866 शाखाओं के साथ।
-मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक राज्य में अधिकतम ग्रामीण शाखाओं में (535) के साथ होगा कार्यरत।
-बैंक की 88 प्रतिशत शाखाएं 866 में 761 शाखाएं ग्रामीण व अर्धशहरी क्षेत्रों में होंगी।
-संपूर्ण मध्य प्रदेश में 20 प्रतिशत कार्य मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक द्वारा संचालित किया जाएगा। 2740 में से 535 शाखाओं के माध्यम से।
-बैंक का व्यवसाय निवेश सहित 30000 करोड़ का होगा।
-बैंक के लगभग 100 लाख ग्राहक होंगे।
इनका कहना
मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक अपने आकार क्षेत्र और प्राथमिक अर्थव्यवस्थाओं को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के आधार पर आने वाले दिनों में एक ग्रामीण प्रणालीबद्ध बैंक बनने जा रहा है। उत्कृष्ट और अत्याधूनिक बैंक सेवाएं सक्रियता के साथ प्रदान की जाएंगी।
- एबी विजय कुमार, अध्यक्ष नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक