नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट। जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर से सोमवार रात करीब 10 बजे आठ लाख रुपये कीमत के एंटी हीमोफिलिया फैक्टर-8 नामक इंजेक्शन के चार बक्से चोरी हो गए। दवा स्टोर में हुई चोरी की घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है। चोर ने बेखौफ अंदाज में दवा स्टोर का ताला खोला और आटो चालक से दवा के बक्सों को ऑटो में रखवाया।
ये सब उस समय हुआ, जब ट्रामा सेंटर में मरीजों के स्वजन, सुरक्षा गार्ड, एंबुलेंस चालक समेत अन्य मौजूद थे। इस घटना में अस्पताल के स्टाफ और अधिकारियों की मिलीभगत की संभावना जताई जा रही है। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की है।
मंगलवार को पुलिस ने ऑटो चालक को हिरासत ले लिया, जिससे पूछताछ की जा रही है। घटना का मास्टरमाइंड अब भी गिरफ्त से दूर है। सोमवार रात काली रंग की स्कूटी (एमपी 50 एमए 4380) से चेहरे पर मास्क लगाए एक शख्स ट्रामा सेंटर पहुंचा। उसके साथ आटो (एमपी 50 आर 0558) का चालक भी पहुंचा।
चोर अपने साथ चाबियों को गुच्छा लाया था। पहले एक-एक चाबी से उसने स्टोर का ताला खोलने का प्रयास किया। एक चाबी से ताला खुल गया तो उसने ऑटो चालक की मदद से इंजेक्शन के बक्सों को ऑटो में रखवा दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने उससे दवा लेने के संबंध में पूछताछ की, लेकिन वह उन्हें धक्का देकर निकल गया। यह दवा स्टोर शाम छह बजे बंद हो जाता है और फिर सुरक्षा गार्ड के अधीन होता है।
-यह इजेक्शन महंगा होता है। एक इंजेक्शन की कीमत 1850 रुपये तक होती है। इसे उन मरीजों को दिया जाता है, जिनके शरीर में खून के थक्के नहीं जमते। चार बक्सों में फैक्टर-8 के कुल 433 इंजेक्शन रखे थे, जिनकी कीमत लगभग आठ लाख है। 250 एमएल के 233 और 500 एमएल के 200 इंजेक्शन स्टोर से पार किए गए हैं। जिले में हीमोफिलिया नामक बीमारी के लगभग 10 से 12 पंजीकृत मरीज हैं।
ट्रामा सेंटर के स्टोर से आठ लाख के इंजेक्शन चुराने का मामला संज्ञान में आया है। स्टोर कीपर ने कोतवाली में शिकायत की है। आटो चालक हिरासत में है। स्टाफ की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता। मैंने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। सुरक्षा एजेंसी के ठेकेदार, स्टाफ, गार्ड की सारी जानकारी ली जा रही है।
निलय जैन, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल।