बालाघाट (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर जिला पंचायत परिसर के सामने पंडाल लगाकर हड़ताल कर रहे दिव्यांगों ने आज हड़ताल के पांचवे दिन अनोखा प्रदर्शन किया है। यहां प्रगतिशील विकलांग कल्याण सेवा समिति के बैनर तले किए गए इस अनोखे प्रदर्शन में दिव्यांगजनों ने धरना स्थल से एक रैली निकाली, जिसके माध्यम से उन्होंने शासन प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपनी विभिन्ना मांगों को तत्काल पूरी किए जाने की गुहार लगाई। ढोल मजीरा के साथ गाते बजाते हुए निकाली गई रैली लोगों के पास दानपात्र लेकर पहुंचे,रैली में शामिल दिव्यांगों ने रहा चलने वाले आम लोगों से कलेक्टर फंड के नाम पर दान मांगा है।
फंड नहीं होने का बना रहे बहाना
दान मांगने के दौरान अध्यक्ष अमन नामदेव, सचिव आबिद अली,जिला उपाध्यक्ष सुनीता चिकलोंडे,संत कुमार मेंरावी, सहसचिव आनंद बागमार और कोषाध्यक्ष संतोष बिसेन सहित अन्य ने बताया कि वे अपनी न्यायोचित मांगों के निराकरण के लिए हड़ताल कर रहे है, लेकिन उन्हें ये कहा जा रहा है कि वर्तमान समय में फंड नहीं है। जिसके चलते उनकी मांगों को पूरा करने में समय लग सकता है। जिसके चलते ही वर्षो से लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की गुहार लगाते हुए ढोल मंजीरा के माध्यम से गाते बजाते हुए कलेक्टर फंड के लिए आम लोगों से दान मांगा।
इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
बता दें कि दिव्यांगजन सभी शासकीय कार्यालयों एवं स्कूलों में उनकी योग्यतानुसार कार्य दिया जाने, दिव्यांगजनों के रहने के लिये एक जिला स्तरीय छात्रावास की व्यवस्था की जाने,दिव्यांगजनों को महाविद्यालय में प्रवेश एवं परीक्षा शुल्क में अतिरिक्त छूट दी जाने,कई दिनों से बंद पड़े दिव्यांग सब्सिडी लोन पोर्टल को पुनः प्रारम्भ किया जाने, दिव्यांगजनों को वितरित किए गए मोटर ट्राइकिसल की मरम्मत की व्यवस्था किए जाने, दिव्यांगजनों को दिये जाने वाले रेल्वे पास को नागपुर डीआरएम से न बनाते हुए बालाघाट रेलवे स्टेशन से बनाने की व्यवस्था की जाने, और मध्यप्रदेश से बाहर जाकर शिक्षा प्राप्त करने वाले दिव्यांक छात्र-छात्राओं को जनभागीदारी के सहयोग से रहने खाने की व्यवस्था बनाने सहित अन्य मांगों को पूर्ण करने की मांग को लेकर हड़ताल कर प्रदर्शन कररहे हेै।
फिर धरना हटाने रात में पहुंचा था प्रशासनिक अमला
दिव्यांगों ने बताया कि शुक्रवार की तरह रविवार की रात जनपद पंचायत सीईओ और तहसीलदार सहित पुलिस का भारी-भरकम अमला धरना स्थल पहुंचा था। जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों को तुरंत धरना प्रदर्शन खत्म कर, जगह खाली करने को कहा था लेकिन प्रदर्शनकारी वे नहीं माने। जिनके भारी विरोध के चलते धरना हटाने पहुंचा प्रशासनिक अमला बेरंग ही लौट गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी मांगों को पूरा करने के लिए करीब 1 माह का समय मांगा था।