Balaghat News: बालाघाट। नईदुनिया प्रतिनिधि। एक बेटी को उसकी शादी के रिसेप्शन के दिन नौकरी का उपहार मिला है। अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र देकर रिसेप्शन के दिन ससुराल पक्ष में खुशियों को दोगुना करने का यह सुनहरा अवसर दिया, दरअसल बालाघाट के भटेरा चौकी निवासी जयपाल गोयल की सुपुत्री नीलिमा का विवाह तीन मई को बालाघाट के लांंजी निवासी रोहित के साथ सानंद संपन्न हुआ। इस विवाह के दूसरे दिन चार मई को ससुराल पक्ष ने लांजी में रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया गया था। शादी के दिन नीलिमा को मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लाजिस्टिक कारपोरेशन में प्रबंधक गुणवत्ता नियंत्रक के पद पर नियुक्ति होने का शुभ समाचार प्राप्त हुआ था। साथ ही चार मई को नियुक्ति आदेश लेने के भोपाल आमंत्रित किया गया लेकिन ससुराल में रिसेप्शन पार्टी का आयोजन होने से वह आदेश लेने जाने में असमर्थ थी। इसी कारण भोपाल में अपना नियुक्ति आदेश ग्रहण करने के लिए नीलिमा उपस्थित नहीं हो पाई थीं।
यह जानकारी जब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची तो उन्होंने नीलिमा के ससुराल में आयोजित आशीर्वाद समारोह में निगम के अधिकारी को भेजकर नियुक्ति आदेश देने के लिए निर्देशित किया। जिसके परिपालन में निगम की ओर से जिला प्रबंधक आरके पटले द्वारा आयोजित आशीर्वाद समारोह में नियुक्ति आदेश स्वरूप अनोखा उपहार नीलिमा को उसके ससुराल में सौंपा गया।
बता दें कि मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग व लाजिस्टिक्स कारपोरेशन द्वारा अपनी आवश्यकता के दृष्टिगत नौ प्रबंधक (गुणवत्ता नियंत्रक), 13 उपयंत्री, आठ सहायक गुणवत्ता नियंत्रक के पदों पर सीधी भर्ती की जाकर मुख्यमंत्री के हस्ते नियुक्ति आदेश सौंपने का कार्यक्रम चार मई को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित किया गया था। जिसमें निगम के अध्यक्ष राहुल सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य उमाकांत उमराव, संचालक खाद्य एवं प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लाजिस्टिक्स कॉरपोरेशन दीपक सक्सेना व वरिष्ठ अधिकारी तथा नवनियुक्त अधिकारी भी उपस्थित हुए। मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लाजिस्टिक्स कारपोरेशन में सीधी भर्ती के अंतर्गत नीलिमा ने भी भाग लिया था। जिसमें नीलिमा का प्रबंधक गुणवत्ता नियंत्रक के पद पर चयन हुआ है। इस अनोखे उपहार को पाकर ना केवल नीलिमा अपितु समारोह में उपस्थित परिजन व गणमान्य नागरिक भी अभिभूत हुए। इस खुशी के पल पर सभी की ओर से नव दंपति को आशीर्वाद व शुभकामनाएं प्रेषित की गई। इस तरह एक पिता, पुत्री और ससुराल पक्ष के लिए इससे बड़ा उपहार कुछ हो ही नहीं सकता। जिसे पाकर सभी में खुशी की लहर व्याप्त है।