बालाघाट, नईदुनिया प्रतिनिधि। बालाघाट में हुए विमान हादसे की जांच करने आज जांच दल घटनास्थल पहुंच रहा है। शनिवार दोपहर किरनापुर के भक्कूटोला के जंगल में ट्रेनी एयरक्राफ्ट हादसे में एक पायलय और एक प्रशिक्षु पायलट की मौत हो गई थी। इस हादसे में विमान पूरी तरह जलकर खाक हो गया था। इस हादसे के संबंध में शनिवार रात पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को शाम चार बजे घटना की सूचना मिली थी। जिस स्थान पर विमान क्रेश हुआ है वह अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। हाक फोर्स और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी करने के बाद पुलिस टीम मौकास्थल पहुंची। घटना की सूचना पुलिस द्वारा गोंदिया एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर उन्हें घटना की सूचना दी गई।
कंट्रोल रूम से बताया गया कि उक्त ट्रेनी विमान का आधे घंटे से संपर्क टूट गया था। इस घटना की जांच करने आज महाराष्ट्र के गोंदिया से टीम जांच करने पहुंच रही है। जो विमान हादसे का शिकार हुआ है वह एयरक्राफ्ट डायमंड़-41 रायबरेली का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, जो एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हुआ है, उसे सिंगल इंजन डी-41 ट्रेनी एयरक्राफ्ट कहा जाता है। गोंदिया एयरपोर्ट में सिंगल इंजन के अलावा डबल इंजन डी-42 ट्रेनी एयरक्राफ्ट भी है। गोंदिया एयरपोर्ट में हर साल 100 से अधिक प्रशिक्षु पायलट यहां ट्रेनिंग लेते हैं। जिसके बाद से बताया यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़़ान अकादमी का दल भी घटना की जांच करने आज पहुंच रहा है। जिसमें विमाम के ब्लैक बाक्स की भी जानकारी जुटाई जाएगी जिससे घटना से राज उठ सकेगा।
हिमाचर प्रदेश और गुजरात के थे पायलटः
बताया गया कि विमान में सिर्फ दो लोग थे। जिसमें प्रशिक्षक पायलट मोहित ठाकुर उम्र-24 निवासी चम्बा, हिमाचल प्रदेश और महिला प्रशक्षु पायलट व्रूशंका माहेश्वरी उम्र-19 निवासी गुजरात सवार थे। संभवतः तकनीकी खामियों के चलते विमान क्रेश हो गया, जिसमें दोनों की मौत हो गई। प्रशिक्षक मोहित ठाकुर का शव चट्टानों के बीच पूरी तरह झुलसा पाया गया। वहीं महिला प्रशक्षु का शव विमान के अंदर फंसा रह गया। एसपी ने बताया कि शाम को अंधेरा ज्यादा होने तथा अति नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण जांच करने पहुंची एयर ट्रैफिक कंट्रोल की टीम पुलिस और सुरक्षा बल लौट गए हैं। दोनों शव लांजी अस्पताल में रखवा दिए गए हैं। पुलिस ने गोंदिया एयर ट्रैफिक कंट्रोल की मदद से मृतकों के परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। आज रविवार को गोंदिया एयरपोर्ट तथा एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जांच अधिकारी बालाघाट घटना स्थल पहुंचेंगे। जांच के बाद ही हादसे के असल कारणों का पता चलेगा। वहीं दोनों पायलट के शवों का आज पोस्टमार्टम किया जाएगा।

ब्लैक बाक्स जब्त करने रहेगी टीम की कोशिशः
बताया जा रहा है कि विमान हादसे के बाद विमान में लगा ब्लैकबाक्स को ढूंढकर उसे अपने कब्जे में लेने की कोशिश जांच दल की रहेगी। जो ब्लैकबाक्स के जरिए विमान हादसे के कारणों का पता लगाएगी। दरअसल ब्लैकबाक्स में पायलट और एयर ट्रेफिक कंट्रोल के बीच हुई सारी बातों की जानकारी रिकार्ड रहती है। इसके साथ ही पायलट के बीच हुई आपस में बातचीत भी दर्ज रहती है। हादसे के वक्त का पूरा डेटा भी ब्लैकबाक्स में होता है जो कि हादसे के बाद भी सुरक्षित रहता है। इससे पूरी घटना का राज खुल सकेगा।

छह साल पहले भी हो चुका है बालाघाट में विमान हादसाः
बालाघाट। नईदुनिया प्रतिनिधि शनिवार दोपहर किरनापुर के भक्कूटोला के जंगल में ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश हादसे में दो लोगों की मौत की खबर चर्चा में रही, लेकिन जिले में ऐसा ही एक हादसा करीब छह साल पहले भी हो चुका है। 26 अप्रैल 2017 को जिले के खैरलांजी थाना अंतर्गत वैनगंगा नदी के किनारे ट्रेनी एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हुआ था। इस हादसे में भी वरिष्ठ प्रशिक्षक के साथ महिला प्रशिक्षु पायलट की दर्दनाक मौत हुई थी। एयरपोर्ट एथारिटी, मुंबई के रीजनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (बिरसी एयरपोर्ट, महाराष्ट्र) राधाकृष्णनन ने बताया कि शनिवार 18 मार्च को हुआ हादसा दोपहर करीब 3.30 बजे का है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (रायबरेली, उप्र) में कोर्स पूरा करने के बाद गोंदिया के प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षु पायलटों का प्रशिक्षण कराया जाता है। प्रशिक्षु पायलट गोंदिया से प्रशिक्षकों के साथ ट्रेनिंग लेते हैंं, लेकिन शनिवार को दुभार्ग्यवश ये घटना हो गई।
एयरक्राफ्ट कैसे क्रैश हुआ, ये जांच के बाद ही पता चलेगा। हाइटेंशन तार से टकराने से हुआ था क्रैश26 अप्रैल 2017 को हुआ एयरक्राफ्ट हादसा हाइटेंशन तार की चपेट में आने से हुआ था। 26 अप्रैल की सुबह महिला प्रशिक्षु पायल शिवानी और वरिष्ठ प्रशिक्षक पायलट राजन गुप्ता ने बिरसी एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। खैरलांजी के ग्राम लावणी और महाराष्ट्र के देवरी के बीच बहने वाली वैनगंगा नदी के पास से गुजरते वक्त ट्रेनी एयरक्राफ्ट हाइटेंशन तार से टकरा गया। पलभर में उसमें आग लग गई और विमान कई टुकड़ों में गिर गया। विमान से निकलने वाला तेल नदी में मिल गया था। करीब छह साल बाद एक बार फिर जिले में विमान हादसा सामने आया है। दोनों हादसों में पुरुष प्रशिक्षक के साथ महिला प्रशिक्षु पायलट की मौत हुई है।
Posted By: Jitendra Richhariya