नईदुनिया, बालाघाट(Balaghat News)। जैन धर्मी धनबाद-कोयम्बटूर एक्सप्रेस ‘पूजा स्पेशल ट्रेन’ (ट्रेन संख्या 03325-03326) के माध्यम से झारखंड में स्थित सबसे प्रमुख और तीर्थराज पारसनाथ स्टेशन पहुंचेगी, जहां श्री सम्मेद शिखर जी के रूप में विश्व का सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल है। इस ट्रेन का फायदा बालाघाट सहित कटनी, जबलपुर, नैनपुर, गोंदिया व बल्लारशाह के जैन धर्मावलंबियों को मिलेगा।
धनबाद से कोयम्बटूर के बीच चलने वाली यह पूजा स्पेशल ट्रेन बालाघाट रेलवे स्टेशन में दो मिनट ठहरेगी। इसकी आनलाइन टिकट की बुकिंंग शुरू हो चुकी है। यह साप्तहिक ट्रेन है। मोनिल जैन ने बताया कि यह ट्रेन धनबाद से कोयम्बटूर तक 36 घंटों में सफर तय करेगी।
जिले में रेल सेवाओं को विस्तार देते हुए ट्रेन की शुरुआत की जा रही है, जिसका बालाघाट रेलवे स्टेशन में भी स्टापेज होगा। यह ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को जोड़ेगी। इस ट्रेन को भारतीय रेलवे विशेष तौर पर तीर्थ स्थलों के भ्रमण के लिए शुरू कर रहा है।
जोनल रेल सलाहकार समिति (बिलासपुर) के सदस्य मोनिल जैन ने बताया कि यह ट्रेन निश्चित समयावधि के लिए शुरू हो रही है। इसकी शुरुआत चार सितंबर से होगी, जो जनवरी 2025 तक संचालित होगी। यह ट्रेन धनबाद से कोयम्बटूर तक चलेगी, जो प्रयागराज, गया, पारसनाथ, धनबाद जैसे तीर्थ स्थलों तक जाएगी। इस पूजा स्पेशल ट्रेन का सर्वाधिक लाभ जैन धर्मावलंबियों को मिलेगा।
प्रत्येक बुधवार को ट्रेन धनबाद से रवाना होगी, जो अगले दिन गुरुवार को सुबह 5.30 बजे बालाघाट रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। वापसी में यह कोयम्बटूर से धनबाद के निकलेगी, जो प्रत्येक रविवार को शाम 5.10 बजे बालाघाट रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। धार्मिक यात्रा के अलावा यह ट्रेन बालाघाट से गोंदिया, जबलपुर व कटनी जाने के लिए उपयोगी साबित होगी। यह ट्रेन जनवरी 2025 तक संचालित होगी।
पूजा स्पेशल ट्रेन को बालाघाट से होते हुए संचालित करने पर बालाघाट के जैन धर्मावलंबियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और बालाघाट-सिवनी सांसद भारती पारधी के प्रति आभार जताया है।
भारतीय रेल ने उत्तर से दक्षिण को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण ट्रेन के संचालन को हरी झंडी दिखाई है। यह पूजा स्पेशल ट्रेन जैन तीर्थ स्थल पारसनाथ तक जाएगी, जिससे धर्मावलंबियों को यहां दर्शनलाभ करने का अवसर मिलेगा। ट्रेन की शुरुआत चार सितंबर से हो रही है, जो बालाघाट होते हुए गुजरेगी। ये जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है।
मोनिल जैन, सदस्य, जोनल रेल सलाहकार समिति