
नईदुनिया प्रतिनिधि, बड़वानी। मुख्यालय के समीप ग्राम पिछोड़ी में एक मानसिक विक्षत व्यक्ति घूम रहा था। इसकी सूचना पर रोटरी क्लब सचिव ललित जैन ने संबंधित से चर्चा की जानकारी ली, जिसमें पता चला कि सोनू सुरेश यादव निवासी लंगर टोली पटना बिहार का है। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता अजित जैन ने संबंधित व्यक्ति की फोटो और जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। साथ ही बिहार चुनाव में प्रचार के लिए गए क्षेत्रीय सांसद गजेंद्रसिंह पटेल और ग्राम तलवाड़ा डेब के रवि प्रजापत को अवगत कराया।
इन दोनों के प्रयास से पटना से मोनू यादव ने अजित जैन को फोन लगाकर कहा, मैं भाई को लेने बड़वानी आ रहा हूं। इस बीच ललित जैन पिछोडी गए, लेकिन सोनू सुरेश यादव वहां से गायब हो गए। फिर सोनू सुरेश यादव को ढूढ़ने के लिए जिला पंचायत सीईओ काजल जावला और पाटी के सुशील बड़ोले के माध्यम भाई की फोटो और जानकारी शेयर की तो मालूम पड़ा। इसके बाद मोनू यादव ने कहा, मैं चुनाव में सुबह मतदान करने के बाद बड़वानी के लिए निकलूंगा। जिस पर सोनू सुरेश यादव के भाई और मामा बड़वानी आए और भाई से मिलकर खुश हुए।
उन्होंने अजित जैन, ललित जैन और सभी का धन्यवाद आभार व्यक्त किया। सामजिक कार्यकर्ता अजित जैन अब तक 231 जनों को परिवार से मिला चुके है। इस कार्य में समाधान पाटिल, मोनू गोले, अशोक मुकाती, महादेव दलाल का सहयोग रहा है।
दरअसल मानसिक रूप से विक्षत होकर सोनू सुरेश यादव ग्राम पिछोड़ी में देखा गया था। उसके परिजनों की पुष्टि होने के बाद शहर के सामाजिक कार्यकर्ता उसे लेने गांव पहुंचे, तो वहां नहीं मिला। इसके बाद पता चला कि वो भटकते हुए भवती, बिजासन, घोंगसा, खेरवानी, तुअर खेड़ा से झालकर नदी पार कर बाबरी गांव से महाराष्ट्र की और निकल गया है। इसके बाद जैन बंधुओं ने सुशील बड़ोले और खेरवानी के कैलाश खरते के माध्यम से उसे ढूंढक़र पाटी के ग्राम रोसर लेकर आए।
वहां से जैन बंधु उसे बड़वानी के रैन बसेरे में लाए और दो दिन तक रुकवाकर चाय, नाश्ता, भोजन की व्यवस्था की। इस दौरान अजित जैन ने वीडियो कॉलिंग से सोनू और उसकी मां के बीच बातचीत कराई। इस दौरान मां ने जैसे ही बेटे से बात की, तो उनकी आंखों से आंसू छलक आए।