नईदुनिया प्रतिनिधि, बड़वानी। लोकायुक्त पुलिस इंदौर द्वारा बुधवार दोपहर को जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर अंजड़ नगर में ट्रेप कार्रवाई की। इस दौरान एक आरटीओ एजेंट को 10 हजार रुपये की रिश्चत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आरोपित एजेंट द्वारा फरियादी से 22 लाइसेंस रिनिवल करवाने के 30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस दौरान पहली किश्त के रूप में 10 हजार रुपये लेनदेन तय हुआ था। उक्त कार्रवाई के बाद लोकायुक्त पुलिस द्वारा आरटीओ एजेंट विवेक मलतारे को बड़वानी के करी रोड स्थित आरटीओ कार्यालय लेकर आई। यहां आरटीओ एजेंट के साथ ही जिला परिवहन अधिकारी रीना किराड़े को भी आरोपित बनाया गया। इसके बाद शाम तक लोकायुक्त पुलिस द्वारा कथन लेने सहित अन्य कार्रवाई जारी रही। वहीं इस दौरान आरटीओ कार्यालय के बाहर एजेंटों की दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गई और सन्नाटा छा गया। लोकायुक्त टीम ने आरटीओ कार्यालयों के कक्षों सहित एजेंट मलतारे की दुकान का ताला खोलकर जांच पड़ताल भी की।
लोकायुक्त निरीक्षक प्रतिभा तोमर ने बताया कि फरियादी चेतन शर्मा निवासी अंजड़ ने लोकायुक्त एसपी इंदौर के समक्ष गत माह शिकायत की थी। जिसमें आरोपित रीना किराड़े जिला परिवहन अधिकारी और प्राइवेट एजेंट विवेक मलतारे पर लाइसेंस रिनिवल के लिए रिश्वत की मांग की शिकायत की थी। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने उक्त शिकायत की जांच की और रिश्वत की पुष्टि कराई गई। धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम और 61-2 बीएसए के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया। इसके बाद बुधवार को अंजड़ नगर के गायत्री मंदिर के पास ट्रेप कार्रवाई की। जिसमें प्राइवेट एजेंट विवेक मलतारे को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। इसके बाद एजेंट को लेकर लोकायुक्त टीम आरटीओ कार्यालय पहुंची। यहां आरटीओ के कक्ष में कार्रवाई दर्ज की गई। कार्रवाई में आरक्षक विजय कुमार, कमलेश परिहार, आदित्य भदोरिया, सतीश यादव, कृष्ण अहिरवार और शेर सिंह चालक शामिल थे।