नईदुनिया प्रतिनिधि, बड़वानी। नागपंचमी के पावन पर्व पर निमाड़-मालवा अंचल के प्रसिद्ध नागतीर्थ शिखरधाम नागलवाड़ी में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। ब्रह्ममुहूर्त में मंदिर के पट खुलते ही हजारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए उमड़ पड़े। सुबह-सवेरे भिलटदेव भगवान का विशेष अभिषेक, श्रृंगार और महाआरती संपन्न हुई। इस महाआरती में भक्तों की भारी भीड़ ने भक्ति भाव के साथ जयकारे लगाए।
सुबह 4 बजे से ही भक्तों की लंबी कतारें शिखरधाम की पहाड़ी की ओर बढ़ने लगीं। तीन किलोमीटर की कठिन चढ़ाई को श्रद्धालुओं ने पैदल यात्रा के रूप में पूरी किया। नागपंचमी के मौके पर यह तीर्थ स्थल एक भव्य मेले में तब्दील हो गया, जहां हर ओर नागदेवता के जयघोष सुनाई दिए।
नागपंचमी के अवसर पर शिखरधाम मंदिर में पूजा-अर्चना, भिलटदेव का अभिषेक, और दूध-दही से स्नान कराकर उनका विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद मंदिर परिसर में गूंजती भक्ति धुनों के बीच महाआरती हुई। भक्तों ने दीप जलाकर और नागदेवता की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर मनोकामनाएं मांगीं।
हर वर्ष की तरह इस बार भी शासन और प्रशासन ने मेले की व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ी। दर्शनार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन कैमरे, सीसीटीवी, और विशेष पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पेयजल, मेडिकल, पार्किंग और छांव की व्यवस्था भी की गई है ताकि भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। प्रशासन की मानें तो इस वर्ष मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।