हरियाली अमावस्या : कहीं पौधारोपण किया गया तो कहीं निकली कावड़यात्रा
बड़वानी/अंजड़/निवाली (नईदुनिया प्रतिनिधि)। हरियाली अमावस्या पर जिलेभर में विविध आयोजन हुए। कहीं पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया तो कहीं पर कावड़ यात्राएं निकलीं। धार्मिक, सामाजिक व पर्यावरणीय आयोजनों के साथ हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया गया।
शासकीय कन्या महाविद्यालय की इको क्लब इकाई द्वारा गुरुवार को हरियाली अमावस्या (विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस) के अवसर पर अंकुर कार्यक्रम व राष्ट्रीय हरित कौर योजना भोपाल के निर्देशानुसार महाविद्यालय प्रांगण में पौधारोपण का किया गया। प्राचार्य डा. पुरुषोत्तम गौतम के मार्गदर्शन में इको क्लब प्रभारी डा. कविता भदौरिया ने कार्यक्रम आयोजित किया। डा. भदौरिया ने बताया कि पर्यावरण को शुद्ध रखने और प्रदूषण मुक्त भारत बनाने के लिए यह जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा अपने जन्मदिन के अवसर पर, विवाह वर्षगांठ, पूर्वजों की स्मृति में अनिवार्य रूप से पौधारोपण करे। प्राचार्य डा. पुरुषोत्तम गौतम ने छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डा. वंदना भारती, डा. स्नेहलता मुझाल्दा, डा. मनोज वानखेड़े, डा. जगदीश मुजाल्दे, डा. महेश कुमार निंगवाल, डा. दिनेश सोलंकी, डा विक्रम सिंह चौहान, डा सुनीता भायल सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
गुरुवार को ग्राम मंडवाडा में हरियाली अमावस्या पर अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में वृक्ष गंगा कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। इसमें नर्मदा तट ग्राम लोहारा घाट के जल का पूजन, वृक्षों का पूजन कर कावड़ यात्रा लोहारा से शिवालय मंदिर मंडवाड़ा तक निकाली गई। इस कावड़ यात्रा के समापन के अवसर पर महिलाओं द्वारा वृक्षारोपण किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ अंजड़ के परिव्राजक पंडित राजू भारद्वाज उपस्थित रहे।
ओंकारेश्वर के लिए रवाना हुए कावड़ यात्री
अंजड़ से मनोकामनेश्वर कावड़ यात्रा निकाली गई। अंजड़ से 60-70 कावड़ यात्री रेवा जल भरकर यात्री नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए ओंकारेश्वर के लिए रवाना हुए। सदस्य पृथ्वीराज चौहान ने बताया कि यह 24 वीं बोल बम कावड़ यात्रा है। यात्रा का पहला पड़ाव ठीकरी पर होगा। वहीं यात्रा का अंतिम पड़ाव सोमवार को ओंकारेश्वर में होगा। पांच दिवसीय इस कावड़ यात्रा में जहां कावड़ यात्री बाबा ओंकारेश्वर का रेवा जल से अभिषेक करेंगे। नगर में सुख शांति एवं अच्छी बारिश की कामना को लेकर निकाली जाने वाली इस कावड़ यात्रा में लोगों का काफी उत्साह देखा गया।
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श्रावण मास में किया जा रहा रामायण पाठ
निवाली के प्रसिद्ध प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर गठी में रामायण पाठ किया जा रहा है। खेड़ापति सेवा संस्थान व नगर की धर्म प्रेमी जनता द्वारा रोज रात्रि में श्रावण मास के उपलक्ष रामायण पाठ का 1 अध्याय रोज पढ़ा जाता है। इसमें युवा वर्ग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है। वहीं नगर के राम मंदिर, शिव टेकड़ी मंदिर में भी रामायण पाठ किया जा रहा है। रामायण पाठ रात्रि में किया जाता है। पाठ के पश्चात रामायण जी की आरती, हनुमान जी की आरती के बाद महा प्रसादी का भोग लगाया जाता है।