
बैतूल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। नए साल में जिले में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधाओं की सौगात मिलेगी। नए सर्वसुविधायुक्त सीएम राइज स्कूलों की शुरूआत के साथ ही नए कालेज भवन, छात्रावास भवन और ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी छात्र-छात्राओं को वर्ष 2022 में मिलेगी। शिक्षा के लिहाज से आने वाला साल कई सौगातों से भरा होगा। प्रदेश के शासकीय स्कूलों को निजी की तर्ज पर सर्व सुविधायुक्त बनाने के लिए प्रारंभ की गई सीएम राइज योजना में इस प्रदेश भर के 350 को सीएम राइज स्कूल में बदला जाएगा। इन स्कूलों में गरीब बच्चों को निजी स्कूलों की तरह ही तमाम सुविधाएं मिलेंगी। बैतूल जिले में भी 13 सीएम राइज स्कूल बनाए जा रहे हैं। सीएम राइज स्कूल बनाने के लिए जिले में एमएलबी स्कूल, कृषि विद्यालय बैतूलबाजार, कन्या स्कूल घोड़ाडोंगरी, बालक विद्यालय शाहपुर एवं भीमपुर के कुनखेड़ी, आठनेर, चिचोली, भीमपुर, मुलताई, प्रभात पट्टन, आमला और भैंसदेही के उत्कृष्ट विद्यालयों को शामिल किया गया है।
इस साल शुरू होंगे तीन स्कूलः
जिले में सीएम राइज योजना में प्रथम चरण में समेकित स्कूल बैतूलबाजार, उत्कृष्ट स्कूल आमला और उत्कृष्ट स्कूल मुलताई को इस साल नए सत्र में प्रारंभ कर दिया जाएगा। चिन्हित सभी स्कूलों में कवर्ड कैंपस, स्मार्ट रूम, स्मार्ट क्लास, आइटीसी लैब (कम्प्यूटर लैब), म्यूजिक रूम, आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, बैंकिंग काउंटर, कैफेटेरिया, क्रिएटिव थिंकिंग एरिया, जिम और एनसीसी की सुविधा रहेगी। आडिटोरियम और शिक्षकों के लिए मकान, स्वीमिंग पूल, डिजिटल स्टूडियो, ट्रेक एंड फील्ड की सुविधा भी होगी।
16 नए छात्रावास भवनों का निर्माण होगाः
जिले के आदिवासी विकासखंडों में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नए सर्व सुविधायुक्त छात्रावास भवनों का निर्माण किया जा रहा है। नए साल में जिले के विभिन्ना स्थानों पर 16 नए छात्रावास भवनों का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। जिले में 16 आदिवासी छात्रावासो के नवीन भवन निर्माण हेतु 53 करोड़ 32 लाख 96 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदेश के जनजातिय कार्य विभाग द्वारा प्रदान की गई है। प्रत्येक आदिवासी छात्रावास के नवीन भवन निर्माण हेतु 333.31 लाख रुपये की लागत आएगी। बैतूल जिले में जिन आदिवासी छात्रावासो के नवीन भवन निर्माण हेतू प्रसाकीय स्वीकृति प्राप्त हुई उनमें आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास आठनेर , सातनेर , बोरदेही , मेंढा छिंदवाड , शाहपुर , आदर्श दनोरा , सलैया , चिचोली , सावलमेंढा , निश्चितपुर , रतनपुर कछार , चांदू , प्रभूढाना , दामजीपुरा और बीजादेही शामिल हैं।
इधर जिला मुख्यालय के उत्कृष्ट विद्यालय में भी आवासीय छात्रावास की सुविधा इस साल में मिलने की उम्मीद है। बनेगा। इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ने के साथ रहने की भी सुविधा मिलेगी। 7.7 करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास भवन का निर्माण उत्कृष्ट स्कूल के 18 एकड़ परिसर में किया गया है। छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त कोचिंग की सुविधा मिलेगी। इससे विद्यालय का रिजल्ट और बेहतर होगा। गांवों से आने वाले विद्यार्थियों का अपडाउन का समय बचेगा। छात्रावास में सभी विद्यार्थियों के एक साथ रहने से पढ़ाई का वातावरण बनेगा। उत्कृष्ट विद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास बनेंगे। छात्रावास का एक भवन 3.85 करोड़ रुपये की लागत से 50 गुणा 50 मीटर क्षेत्र में दो मंजिला होगा और इसमें छात्र एवं छात्राओं के लिए 100-100 सीट रहेंगी। स्कूल के एक ओर छात्र एवं दूसरी ओर छात्राओं के छात्रावास भवन है और छात्रावास से स्कूल आने एवं शहर में जाने के लिए अलग-अलग मार्ग भी बनाए जाएंगे।
मुलताई महाविद्यालय में नए कक्षों की सौगातः
नगर के एकमात्र शासकीय महाविद्यालय के लिए निर्मित नवीन कक्षों की सौगात भी इस वर्ष में मिली है। परिसर में 12 कमरों की दो मंजिला भवन का निर्माण छह करोड़ 63 लाख 47 हजार रुपये की लागत से किया गया है। नए साल में महाविद्यालय के विद्यार्थियों को यह बड़ी सौगात है। मुलताई महाविद्यालय में इस साल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन, एनसीसी की शुरुआत होने की उम्मीद भी है।
इधर बैतूल के जेएच कालेज में तीन मंजिला ई-लाइब्रेरी का काम भी इस साल पूरा होने की उम्मीद है। जेएच कालेज में पढ़ने वाले चार हजार छात्र-छात्राओं को एक क्लिक पर किताबें उपलब्ध करवाने के लिए 100 कंप्यूटरों वाली ई-लाइब्रेरी की मंजूरी मिली है। कंप्यूटरों के जरिए एक क्लिक पर छात्रों को किताबें उपलब्ध हो सकेंगी, वे आनलाइन पढ़ सकेंगे। सामान्य किताबें भी व्यवस्थित और अच्छी तरह रखी जा सकेंगी।
25 दिन में लाइब्रेरी भवन के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
भैंसदेही में भी शासकीय महाविद्यालय के नवीन भवन की सौगात मिलने से नए साल में विद्यार्थियों को बेहद सुविधाएं पढ़ाई करने के लिए मिल पाएंगी। मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास योजनांतर्गत छह करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से नए भवन का निर्माण किया गया है।