मुलताई (नवदुनिया न्यूज)। नगर के ताप्ती तट स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में वसंत पंचमी पर संतोषा माता प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान से की गई है। नगर सहित पूरे क्षेत्र में संतोषी माता का यह एकमात्र मंदिर है जो ताप्ती तट पर स्थित है। उक्त मंदिर में अब पुजारी का कार्य एक निर्धन आदिवासी महिला करेगी और यह सार्थक पहल मंदिर संचालक द्वारा की गई है। लक्ष्मीनारायण मंदिर के संचालक संजय अग्रलवाल ने बताया कि संतोषी माता मंदिर की पूजा पाठ की जिम्मेदारी कामथ निवासी आदिवासी महिला निशा सुमरलाल को सौंपी गई है जो प्रतिदिन मंदिर में मां संतोषी का पूजन करेंगी। उन्होंने बताया कि यह आवश्यक नही कि पुजारी ब्राम्हण ही हो। इसलिए उन्होने एक नई पहल करते हुए आदिवासी जरूरतमंद निर्धन महिला को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का कार्य सौंपा है। इधर आदिवासी महिला निशा सुमरलाल ने बताया कि उन्हे संतोषी माता मंदिर का पुजारी बनाया गया है इसलिए वे पूरी श्रद्धा भक्ति एवं लगन के साथ उक्त जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगी। उन्होंने बताया कि वे निर्धन होने के साथ साथ जरूरतमंद भी हैं तथा यह जिम्मेदारी मिलने से उनकी आजीविका का भी संचालन व्यवस्थित रूप से होगा। उन्होंने इसके लिए मंदिर संचालक संजय अग्रवाल का आभार व्यक्त किया है। इधर लक्ष्मीनारायण मंदिर के पुजारी ब्रजेश त्रिवेदी ने बताया कि वे उक्त पहल की सराहना करते हैं कि एक जरूरतमंद आदिवासी महिला को संतोषी माता मंदिर का पुजारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इससे समाज में एक सार्थक संदेश पहुंचेगा। गौरतलब है कि वर्षों पूर्व ताप्ती तट पर लक्ष्मीनारायण मंदिर में संतोषी माता का एक छोटा सा मंदिर था लेकिन मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद पुनः संतोषी माता का मंदिर बनाकर वसंत पंचमी पर विधि विधान से संतोषी माता प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा उक्त स्थल पर की गई है।