भिंड(नईदुनिया प्रतिनिधि) अटेर के लखनपुरा में रविवार को बारात की तैयारियां चल रही थीं। दूल्हा दोस्तों के साथ दोपहर एक बजे तैयार होने के लिए भिंड के लिए रवाना हुआ, तभी रास्ते में भुजपुरा की पुलिया के पास सामने से आ रहे वाहन की वजह से कार अनियंत्रित होकर रोड किनारे खंती में पलट गई, जिससे दूल्हा सहित पांच गंभीर घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से डॉक्टरों ने दो लोगों की हालत नाजुक बताते हुए ग्वालियर रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर एक बजे लखनपुरा में शैलेंद्र धारिया की बारात जानी थी। बाजार से कुछ सामान लेना था और दूल्हे तैयार होने के लिए सैलून पर जाना था। इसलिए दूल्हा अपने दोस्तों के साथ कार में सवार होकर भिंड के लिए रवाना हुआ, लेकिन भुजपुरा की पुलिया के पास पहुंचते ही सामने से मोड़ पर तेज रफ्तार में वाहन आया, जिससे कार चला रहे राघवेंद्र ने नियंत्रण खो दिया। इसके बाद कार अनियंत्रित होकर सीधे खंती में जाकर पलट गई। जिससे 24 वर्षीय शैलेंद्र के साथ 22 वर्षीय सचिन पुत्र विजय सिंह, 20 वर्षीय राघवेंद्र पुत्र राजकुमार, 21 वर्षीय संजू पुत्र भीकम सिंह और 23 वर्षीय गौरव पुत्र कांताप्रसाद घायल हो गए। घायलों को तत्काल एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां राघवेंद्र और सचिन की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बताते हुए उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया।
गोहद के हरगोविंद पुरा जा रही थी बारातः
गोहद के हरगोविंद पुरा में शादी समारोह का आयोजन चल रहा था। शाम को बारात आनी थी, तभी खबर आई कि दूल्हा का एक्सीडेंट हो गया। यह खबर सुनते ही परिवार के लोग परेशान हो गए। लड़की वालों के बराबर फोन आ रहे थे, लेकिन इधर लखनपुरा से शैलेंद्र की ओर से जवाब नहीं दिया जा रहा था। हालांकि बाद में लड़के वालों की ओर से लड़कों को सूचना दी गई कि शैलेंद्र की हालत ठीक है और वह बारात लेकर आएगा। हादसे में शैलेंद्र को हल्की चोटें आई हैं, जिसके बाद उसे दो घंटे बाद अस्पताल से डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी है। वहीं राघवेंद्र और सचिन की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों को उपचार के लिए डॉक्टरों ने ग्वालियर रेफर किया है। इसी बीच हादसे की सूचना मिलते ही घायलों के स्वजन भी जिला अस्पताल पहुंच गए। दोनों लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सीमित संख्या के साथ पहुंची बारातः घायल गौरव पुत्र कांता प्रसाद ने बताया कि सोमवार की शाम छह बजे बारात रवाना होनी थी। लग्न के अनुसार बारात को रात आठ बजे तक पहुंचना था, लेकिन बीच में यह दुर्घटना हो गई। इस वजह से गांव से सीमित संख्या में बाराती हरगोविंद सिंह का पुरा के लिए रवाना हुई।